Sex Myths: सेक्स से जुड़ी यह धारणाएं कितनी गलत
हमारे समाज में वैसे ही सेक्स और इससे संबंधित जानकारियों पर बात नही की जाती है और अगर ऐसे में इससे जुड़ी गलत जानकारी या मिथ समाज में फैल जाएंगे तो यह एक गंभीर समस्या बन जाएगा। हमें जरूरत है कि हम इन मुद्दो पर खुलकर बात करे और इनके प्रति जागरूकता फैलाए। आइए जानते हैं सेक्स से जुड़े उन सामान्य मिथों के बारे में जिन्हें अक्सर हम सच मान लेते हैं।
1. टॉयलेट सीट से हो सकता है एसटीडी?
अक्सर लोगों में यह धारणा होती है कि यौन संचारित रोग उन्हें टॉयलेट सीट से हो सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। यौन संचारित रोग जिन ऑर्गेनेज्म के कारण होते हैं वह किसी सरफेस पर कुछ समय के लिए ही ठहर पाते हैं। इसलिए टॉयलेट सीट से यौन संचारित रोग होने के चांसेस नहीं है।
2. पीरियड में सेक्स करने से नहीं होता गर्भधारण?
सेक्स को लेकर यह धारणा भी गलत है कि पीरियड के दौरान सेक्स करने से आप गर्भवती नहीं हो सकती हैं। महिला के शरीर में स्पर्म 5 दिन तक जीवित रह सकता है इसलिए इसकी पूरी संभावना है कि आप पीरियड के दौरान सेक्स करने से गर्भवती हो सकती है।
3. एनल सेक्स करने से एचआईवी होता है?
लोगों में यह धारणा भी बहुत कॉमन है कि एचआईवी उन्हें सिर्फ एनल सेक्स करने से ही हो सकता है। लेकिन एचआईवी आपको वजाइनल सेक्स और ओरल सेक्स करने से भी हो सकता है। इसके अलावा अगर किसी के शरीर का बॉडी फ्लूड आपके शरीर में आता है तो इस कारण भी एचआईवी हो सकता है। इसलिए एचआईवी के खतरे से बचने के लिए आपको सेफ सेक्स की प्रैक्टिस को अपनाना चाहिए।
4. कुछ पोजीशन अपनाने से नहीं होता गर्भधारण?
यह भी एक बहुत कॉमन मिथ है। अक्सर हमें ऐसा लगता है कि सेक्स के दौरान कुछ पोजिशन अपनाने से प्रेगनेंसी नहीं होती है। लेकिन इस बात को प्रूफ करने के लिए कोई तथ्य नहीं है। प्रेगनेंसी से बचने के लिए आपको सेफ सेक्स करना है।
5. सेक्स का बेहतर अनुभव लंबे समय तक आता है?
इस बात को प्रूफ करने के लिए भी कोई तथ्य नहीं है कि आप जितनी देर तक सेक्स करेंगे उसका आनंद उतना बढ़ेगा। हालांकि अधिकतर लोगों में सेक्स का आनंदमय समय 7 से 13 मिनट का ही होता है। आपको सेक्स कैसे और कितनी देर करना है यह आपकी खुदकी इच्छा और दोनों पार्टनर की सहमति पर निर्भर करता है।