Signs of emotionally intelligent person: इमोशनली इंटेलिजेंट होना आजकल के जमाने में बहुत ही जरूरी हो गया है। इसका मतलब है कि इंसान अपने इमोशंस को सही तरीके से संभाल पाता है और उनसे पॉजिटिव रिजल्ट्स की ओर जाता है। आजकल हर जगह पर इमोशनली इंटेलिजेंट लोग चाहिए होते हैं। सिर्फ आर्गेनाइजेशन में ही नहीं बल्कि जिंदगी में भी इंसान का इमोशनली इंटेलिजेंट होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान अपनी जिंदगी को बहुत अच्छे तरीके से चला पाता है। आइये जानते हैं इमोशनली इंटेलिजेंट लोगों की निशानियां
जानिए इमोशनली इंटेलिजेंट लोगों की निशानियां
1. बदलाव एक्सेप्ट करना
जो भी इंसान इमोशनली बहुत इंटेलिजेंट होता है वह बदलाव से डरता नहीं है। उसको नई चीजों से घबराहट नहीं होती। वह ग्रो करने के नए मौके ढूंढता रहता है। उसे यह पता होता है कि परिवर्तन ही संसार का नियम है। इंसानों की यह नेचुरल टेंडेंसी होती है कि वह चेंज को रेसिस्ट करते हैं। परंतु एक इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान अपने इन इमोशंस को अच्छे से कंट्रोल कर पाता है।
2. ज्यादा सेल्फ अवेयरनेस
एक इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान बहुत ज्यादा सेल्फ अवेयर होता है। उसे अपनी खूबियां और खामियां बहुत ही अच्छे तरीके से पता होती है। वह यह जानता है कि कौन सी चीजों को वह कॉन्फिडेंस के साथ कर सकता है और किन चीजों को करने में उसे दूसरों की सहायता लग सकती है। साथ ही साथ उसे यह भी पता होता है कि कौन सी बातें उसे बहुत ट्रिगर करती हैं। ऐसे में वह उनके खिलाफ अपने अनहेल्दी और अनहेल्पफुल रिएक्शंस को कंट्रोल कर पाता है।
3. दूसरों से सहानुभूति
एक इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान दूसरों की भावनाओं को अच्छे तरीके से समझ सकता है। वह यह समझ सकता है कि किसी सिचुएशन में दूसरा इंसान कैसा महसूस कर रहा है। इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान दूसरे इंसान को आराम से पढ़ सकता है। साथ ही साथ उनको इस चीज का भी ध्यान रहता है कि उनके खुद के एक्शंस दूसरों पर कैसे प्रभाव डालेंगे।
4. ग्रेटिट्यूड रखना
एक इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान हर चीज के लिए शुक्रगुजार रहता है। ऐसा इंसान अपने जिंदगी में हर समय शिकायत नहीं करता रहता। हालांकि ऐसे इंसान के भी अपने सपने और लक्ष्य होते हैं परंतु यह केवल उनके पीछे ही नहीं भागता रहता। जो उसके पास है उसमें भी संतुष्टि व्यक्त करता है। साथ ही साथ वह जिंदगी को हमेशा ही सराहता है।
5. फीडबैक सहजता से लेना
इमोशनली इंटेलिजेंट इंसान अपने फीडबैक बहुत ही सहजता से लेता है। भले ही कोई उसके बारे में गलत बोलता है या उसकी खामियां निकालता है तो भी वह ऐसी चीजों को स्वीकारता है। इन फीडबैक में से वह देखता है कि कौन सी उपयोगी है और उस अनुसार एक्शंस लेता है। वह लोगों के क्रिटिसिज्म को पर्सनल अटैक की तरह नहीं लेता।