Stand For Yourself: समाज में अक्सर महिलाओं को खुद के लिए स्टैंड लेने पर सेल्फिश बोला दिया जाता है। चाहे वह किसी भी रिलेशनशिप में हों, एक मां हों, ऑफिस वर्किंग हों, हाउसवाइफ हों या कुछ और। उन्हें अक्सर खुद को प्रायोरिटी देना गलत बताया जाता है। महिलाओं को अक्सर इस प्रकार से देखा जाता है कि वह केवल समाज परिवार का ही ध्यान रखें और जब वह अपना ध्यान रखने लग जाती है तो वह सेल्फिश बन जाती हैं। लेकिन यह बिल्कुल गलत है उन्हें भी अपना ध्यान रखना और खुद को प्रायोरिटी देने का हक है। खुद को सेल्फ लव देने के बाद और खुद को प्रायोरिटी देने के बाद ही किसी और को प्रायोरिटी दी जा सकती है और प्यार किया जा सकता है। आईए जानते हैं खुद के लिए स्टैंड लेना क्यों आवश्यक है।
महिलाओं का खुद के लिए स्टैंड लेना सेल्फिश क्यों माना जाता है?
मेंटल पीस
जब हम खुद को प्रायोरिटी देने लग जाते हैं तो हमारा मेंटल पीस बरकरार होने लग जाता है। जिसके कारण हमारे आसपास का माहौल भी अच्छा बना रहता है। लेकिन अपने मेंटल पीस को बरकरार रखना किसी भी प्रकार से सेल्फिश नहीं है जबकि यह एक प्रकार की मैच्योरिटी है कि खुद के ऊपर भी ध्यान दें बजाय इसके कि केवल अपने आसपास के लोगों को ही प्रायोरिटी दी जाए।
सेल्फ लव
महिलाओं के लिए खुद का सेल्फ लव बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि हम उनके अंदर एक प्रकार की शांति बनाता है। जो कि उनके आसपास के माहौल को ठीक करता है। यह उनके हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी होता है। ऐसा करने पर उन्हें सेल्फिश बोलना गलत है।
कम स्ट्रेस
खुद को प्रवृत्ति देना और खुद के लिए स्टैंड लेना आपकी बातों को समाज के सामने रखता है। जो कि आपके ही नहीं कई सारी महिलाओं के लिए आवाज बनाकर आगे आता है जो कि कहीं ना कहीं चीजों को कम करता है।
माहौल में परिवर्तन
जब कोई व्यक्ति खुद को एडवर्टाइज करता है तो उसके ऊपर उंगली नहीं उठाई जाती है क्योंकि वह घर का भरण पोषण करता है तो उसे खुद को प्रायोरिटी देने का अधिकार है। महिलाओं को भी खुद को प्रायोरिटी करने और खुद के लिए स्टैंड लेने का उतना ही अधिकार है जितना कि किसी आदमी को।