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हमारे समाज में बहुत से स्टीरियोटाइप आज भी मजूद हैं। अगर कोई लड़की इनको तोड़कर अपने जीवन में आगे बड़ती हैं उसे इस समाज में अच्छा नहीं समझा जाता हैं। ट्रेडिशनल सोच ने आज भी हमारे समाज में घर किया हुआ है। इसके हिसाब से बहुत से नियम बने हुए जैसे शादी 25 तक हो जानी चाहिए और 30 से पहले बच्चे हो जाने चाहिए। सेक्स शादी के बाद होना चाहिए और भी बहुत से ऐसे कॉम्बो हैं जिनके बारे हम बात करेंगे-
Stereotypes In Society -
1. शादी के बाद सेक्स
सेक्स को लेकर आज भी हमारे समाज में यह स्टीरियोटाइप है कि ख़ासकर लड़कियों को शादी के बाद सेक्स करना चाहिए। जो लड़कियाँ शादी से पहले सेक्स करती हैं उन्हें अच्छा नहीं समझा जाता हैं। उनके चरित्र पर सवाल उठाए जाते हैं। सेक्स कब करना है यह हर किसी की व्यक्तिगत पसंद हैं। इस पर किसी को जज नहीं करना चाहिए। इसके बारे में हर किसी फ़ैसला निजी होना चाहिए।
2. टेंटों पक्का संस्कारी नहीं होगी
अगर किसी लड़की ने टेंटों उसको जज कर लिया जाता है कि यह लड़की पक्का संस्कारी नहीं होंगी। इस लड़की को बोलने की अक़्ल नहीं होगी। हमारे समाज ने आज भी लड़की का बोल्ड होना स्वीकार नहीं किया जिस कारण आज भी लड़कियों को सीमित रखने की कोशिश की जाती हैं।
3. माँ बनने के लिए शादी ज़रूरी हैं
हमारे समाज में आज भी यह माना जाता हैं कि अगर माँ बनना हैं तो शादी ज़रूरी हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। साइंस ने इतनी तरक़्क़ी कर ली है। दूसरी तरफ़ आप बच्चे को गोद भी ले सकते हैं। इसलिए शादी ज़रूरी नहीं हैं।
4. बहु हैं तो सहन करना पढ़ेगा
हमेशा शादी के बाद यह कहा जाता है लड़कियों को तो शादी के बाद समायोजन करना ही पड़ता हैं। शादी के लिए इतना तो करना बनता हैं। औरत का काम घर जोड़ना हैं तोड़ना नहीं इस बीच चाहे औरत खुद सहन करी जाए। उससे किसी को फ़र्क़ नहीं पड़ता है।
5. बाइक सिर्फ़ लड़के चला सकते हैं
यह भी समझा जाता है कि बाइक सिर्फ़ लड़के चला सकते हैं। लड़कियाँ तो सिर्फ़ उनके पीछे बैठने के लिए है वह बाइक नहीं चला सकती हैं।आज भी यह माना जाता हैं।
6. लड़कियाँ नाज़ुक होती हैं
यह भी माना जाता हैं कि लड़कियाँ नाज़ुक होती हैं। यह सिर्फ़ कोमल काम कर सकती हैं। लड़के ही सिर्फ़ टफ़ और हार्ड काम कर सकते हैं।