Pregnancy After Miscarriage: गर्भपात के बाद गर्भधारण करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
गर्भपात होने के बाद गर्भधारण का सोचना महिलाओं के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। यह ना सिर्फ महिलाओं को प्रभावित करता है बल्कि उनके पार्टनर को भी प्रभावित करता है। गर्भपात होना आपको शारीरिक रूप के साथ-साथ मानसिक रूप से भी बहुत प्रभावित करता है। इस कारण आप तनाव में जा सकते हैं जिसका असर आप की दूसरी प्रेगनेंसी पर भी पड़ता है। ऐसा नहीं है कि गर्भपात होने के बाद आप मां नहीं बन सकती है। लेकिन एक बार गर्भपात होने के बाद दूसरी बार मां बनने का आप सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि वह कौन सी बातें हैं जिनका ध्यान रखना चाहिए।
गर्भपात के बाद शरीर कमजोर हो जाता है
गर्भपात होने के बाद महिलाओं के शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है। इसलिए इस दौरान उन्हें अपने आप को पर्याप्त समय देने की आवश्यकता होती है साथ ही अपने खान-पान और अपनी लाइफ स्टाइल में भी सकारात्मक बदलाव लाने की जरूरत होती है। इस दौरान महिलाओं को मानसिक रूप से भी परेशानियां हो सकती है इसलिए जरूरी है कि उनके साथ उनके परिवार वाले और दोस्त रहे।
गर्भपात के बाद कितने दिन बाद करें प्रेगनेंसी की प्लानिंग?
गर्भपात होने के बाद आपके शरीर को रिकवरी के लिए पर्याप्त समय की जरूरत होती है। अधिकतर केस में डॉक्टर महिलाओं को गर्भपात होने और दोबारा गर्भधारण करने के बीच कम से कम 6 महीने रखने की सलाह देते हैं। लेकिन अगर आपको कोई अन्य समस्या है तो यह समय बढ़ भी सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर में कमजोरी होने के कारण भ्रूण पूरे तरीके से विकसित नहीं हो पाता है और इस कारण दोबारा गर्भपात होने का खतरा बढ़ सकता है।
दोबारा गर्भधारण करने से पहले करवाएं शरीर की जांच
अगर एक बार गर्भपात होने के बाद आप दोबारा गर्भधारण करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आप दोनों को कुछ टेस्ट करवाने की जरूरत होती है। जिससे गर्भ धारण करने के प्रॉपर चांसेस का पता लगाया जा सके। आपको हेपेटाइटिस, थायरॉयड, एचआइवी, सीबीसी, ब्लड शुगर और एग की क्वालिटी आदि टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।
पोषक तत्वों से भरा आहार लेना जरूरी
अगर एक बार गर्भपात होने के बाद आप दोबारा गर्भधारण करने का सोच रहे हैं तो वह आपको जंक और प्रोसैस्ड फूड छोड़ना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह फूड्स आपका वजन बढ़ाते हैं और अधिक वजन होने के कारण गर्भधारण करने में मुश्किल आ सकती है। साथ ही अधिकतर जंक फूड्स में अजीनोमोटो मिलाया जाता है जिस कारण गर्भपात होने का खतरा रहता है।