Advertisment

आखिर क्या है Digital Overload और क्या होते हैं इसके लक्षण

Digital overload सोशल मीडिया, ईमेल, ऑनलाइन मीटिंग्स और विभिन्न ऐप्स का उपयोग भी हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पर इसका अत्याधिक उपयोग करने से हमारे मस्तिष्क और शरीर थक जाते हैं।

author-image
Sneha yadav
New Update
The impact of blue light on eye health

(File Image)

Understanding Digital Overload:डिजिटल ओवरलोड में व्यक्ति अत्यधिक डिजिटल उपकरणों और सूचना का लगातार सामना करने के कारण मानसिक, शारीरिक, और भावनात्मक थकान महसूस करता है। स्मार्टफोन, कंप्यूटर, टैबलेट, स्मार्टवॉच, और अन्य डिजिटल उपकरण अब के समय में हमारे जीवन का हिस्सा बन गया हैं। इसके अलावा, सोशल मीडिया, ईमेल, ऑनलाइन मीटिंग्स और विभिन्न ऐप्स का उपयोग भी हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पर इसका अत्याधिक उपयोग करने से हमारे मस्तिष्क और शरीर थक जाते हैं और हमें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते है इसके कुछ लक्षण।

Advertisment

डिजिटल ओवरलोड के 5 लक्षण

1. मानसिक थकान 

अत्यधिक इन्फॉर्मेशन का प्रवाह मस्तिष्क पर भार डालता है, जिससे व्यक्ति जल्दी थक जाता है। इससे निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर होती है।व्यक्ति का ध्यान भटकता है और एक कार्य पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है। डिजिटल मल्टीटास्किंग के कारण हम एक समय में कई चीजों पर ध्यान देते हैं, लेकिन किसी पर भी ध्यान नहीं दे पाते।

Advertisment

2. नींद की कमी

स्मार्टफोन, कंप्यूटर और टैबलेट से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को कम करती है। इसके कारण व्यक्ति को नींद आने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। बहुत से लोग रात को सोने से पहले अपने फोन या अन्य डिजिटल उपकरणों का उपयोग करते हैं, जिससे उनकी नींद की क्वालिटी को प्रभावित करता है और अगले दिन उन्हें थकान महसूस होती है।

3. आंखों पर दबाव

Advertisment

स्क्रीन पर लंबे समय तक देखने से आंखों की नमी कम हो जाती है, जिससे ड्राइनेस और जलन महसूस होती है। इसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम भी कहा जाता है। लगातार स्क्रीन देखने से कुछ लोगों की eye sight blur हो जाती है, जिससे उन्हें चीजें स्पष्ट रूप से देखने में परेशानी होती है। आंखों पर अत्यधिक दबाव के कारण सिरदर्द की समस्या भी होती है।

4. तनाव की समस्या

डिजिटल डिवाइस का अत्यधिक उपयोग करने के कारण व्यक्ति को हमेशा समय की कमी का अनुभव होता है। वे महसूस करते हैं कि उन्होंने अपने काम के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाला। सोशल मीडिया पर अत्यधिक समय बिताने से व्यक्ति में नकारात्मक भावनाएं बढ़ सकती हैं, जैसे असंतोष, या तनाव। दूसरों की जीवनशैली और अपनी तुलना करने की आदत भी तनाव बढ़ाती है।

Advertisment

5. पीठ और गर्दन का दर्द

लगातार झुककर या गलत तरीके से बैठकर फोन या लैपटॉप देखने से व्यक्ति को गर्दन और पीठ के दर्द की समस्या हो सकती है। यह स्थिति 'टेक नेक' के नाम से भी जानी जाती है। डिजिटल ओवरलोड के कारण व्यक्ति लंबे समय तक एक जगह बैठे रहते हैं, जिससे शरीर में अकड़न और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।

children and digital era Digital Gadgets digital break
Advertisment