Why Are Relaxed Women Hard to Find in Today's Society? जब भी एक महिला की बात आती है तो आपने घरेलू महिला, कामकाजी महिला या फिर सफल महिला के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आपने ऐसी महिला के बारे में सुना है जिसका मन और बॉडी दोनों रिलैक्स हैं। उसके ऊपर किसी भी तरीके का कोई प्रेशर नहीं है। उसे जिंदगी जीने के लिए किसी से पूछना नहीं पड़ेगा। उसकी जिंदगी के फैसले उसके अपने होंगे। ऐसी बहुत कम महिलाएं होंगी या फिर होगी ही नहीं जो हमारे आसपास रिलैक्स होगी। सबसे बड़ा सवाल उठता है कि ऐसा क्यों है? क्यों हमारे आसपास की महिलाएं हमेशा भागदौड़ में ही रहती हैं? क्यों उनके पास कभी भी खाली समय नहीं होता है? क्यों उन्हें हमेशा ही काम की जल्दी होती है? चलिए आज इस विषय के ऊपर बात करते हैं-
तनावमुक्त जीवन की राह पर महिलाएं क्यों पीछे रह जाती हैं?
हर महिला की जिंदगी में सुबह सबसे जल्दी उठना और रात में बाद में सोना ही शामिल होता है। आजकल की महिलाओं की जिंदगी इतनी ज्यादा बिजी हो गई है क्योंकि उन्होंने घर संभालने के साथ-साथ जॉब करना भी शुरू कर दिया है। जिन महिलाओं की शादी हो चुकी है उनके लिए तो एक पल भी खाली नहीं होता है क्योंकि उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी भी साथ-साथ होती है. ऐसे में सुबह उठकर सभी के लिए नाश्ता तैयार करना, अपने काम करना, पति की जिम्मेदारियां को पूरा करना और बच्चों को स्कूल के लिए रेडी करना शामिल होता है।
ऑफिस से घर आकर भी उन्हें आराम करने का मौका नहीं मिलता है क्योंकि उन्हें खाना बनाना होता है। ऐसी महिलाओं को कभी आप रिलैक्स्ड देख ही नहीं सकते हैं और जब बात इतवार की आती है तब महिलाओं के कुछ पेंडिंग काम होते हैं जो उन्होंने पूरे हफ्ते में जमा किए होते हैं तो उन्हें करने का समय आ जाता है। ऐसे में महिलाएं कभी खुद के लिए समय निकाल ही नहीं पाती है इसलिए हमें रिलैक्स्ड महिला सुनने को बहुत कम मिलता है।
पुरुष यह बात बहुत बोलते हैं कि महिलाएं कभी भी शांत नहीं होती, वह हमेशा चिड़चिड़ी रहती हैं या फिर उन्हें हमेशा गुस्सा आता रहता है लेकिन वह इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश नहीं करते। एक तो महिलाओं के ऊपर घर और परिवार की जिम्मेदारियां सबसे ज्यादा होती हैं। इसके साथ ही मंथली साइकिल, प्रेगनेंसी, हार्मोनल इंबैलेंस या फिर मेनोपॉज भी महिलाओं को रिलैक्स नहीं रहने देता है। इसके कारण भी महिलाएं बहुत सारे उतार-चढ़ावों से गुजरती हैं। महिलाओं का कुछ समय तो पीरियड्स में ही निकल जाता है जो बहुत ज्यादा दर्दनाक और अनकंफरटेबल होता है। इसलिए महिलाएं बहुत कम रिलैक्स रह पाती हैं और ऐसा नहीं होता है कि उन्हें कभी भी ऐसा समय मिला हो जहां पर उन्हें किसी तरह का कोई दबाव न हो।
इसलिए उनके आसपास के लोगों को चाहिए कि वह महिलाओं के लिए एक ऐसा माहौल बनाकर रखें जहां पर वे कुछ समय के लिए खाली रह सकें और खुद की कंपनी को एंजॉय कर सके। हमें अपने आसपास की महिलाओं की मदद करते रहना चाहिए। उनकी जिंदगी को आसान बनाने की हर मुमकिन कोशिश करनी चाहिए। अगर आप ज्यादा नहीं तो छोटे-छोटे काम कर सकते हैं या फिर अपनी जिम्मेदारियां का बोझ उनके ऊपर से कम कर सकते हैं। इससे भी उन्हें बहुत खुशी मिलेगी।