What Are The Symptoms Of OCD And How To Deal With It?: जैसे हमारे शरीर से जुड़े कई समस्याएं होती है वैसे मानसिक तौर पर भी हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैI ओसीडी (ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर) उनमें से एक है जहां इंसान की एक ही आदत लगातार बढ़ती रहती है और वह कोई स्वाभाविक आदत नहीं होतीI ऐसा करते-करते हम मानसिक तौर पर कमजोर पड़ने लगते हैI इसलिए बेहतर यही होगा कि जैसे हम शारीरिक तौर पर चिकित्सक के पास जाते है वैसे मानसिक तौर पर भी किसी साइकैटरिस्ट या फिर काउंसलर की सलाह ले और उनसे विचार परामर्श करे क्योंकि किसी भी तरह की मानसिक समस्या नॉर्मल नहीं होती हैI
क्या है ओसीडी के लक्षण?
1. अत्यधिक जांच करना
ओसीडी वाले व्यक्ति बार-बार ताले, स्विच या उपकरण जैसी चीजों की जांच करते रहते है, यदि वे ऐसा नहीं करते है तो उन्हें किसी तरह के नुकसान या अनहोनी का डर सताते रहता है। जैसे की यदि आप घर से निकल रहे हो तो यह जानते हुए भी कि आपने स्विच बंद किया है या फिर ताला लगाया है आप उन्हें कई बार चेक करते रहते है ताकि कोई अनहोनी न घट जाएI
2. बेचैन करने वाले विचार
ओसीडी में अक्सर परेशान करने वाले, अप्रिय विचार शामिल होते है जिन्हें नियंत्रित करना हमारे लिए मुश्किल बन जाता हैI जिससे चिंता को कम करने के लिए हम एक जैसा व्यवहार बार-बार दोहराते रहते है। ऐसे विचारों का जन्म आपके किसी डर या फिर असुरक्षित भावना से हो सकता है जो बार-बार हमारी ज़हन में आकर हमें सताते रहते हैI
3. सही से ऑर्गेनाइज़ करने की आदत
चीजों को ऑर्गेनाइज़ करना और उन्हें एक विशेष ऑर्डर में सजाने की आवश्यकता सामान्य लक्षण है जब चीजें उनके मुताबिक "सही ढंग से" व्यवस्थित नहीं होती है तो उन्हें बहुत बुरी तरह से असुविधा महसूस होती है और वह खुद से ही सब कुछ ठीक करने में जुट जाते हैI
4. धुलाई और सफ़ाई की रस्में
जो अक्सर खुद या किसी चीज़ के मैला या गंदा होने से डरते है वह अत्यधिक हाथ धोना या निरंतर साफ- सफ़ाई की कार्यों में खुद को शामिल करते हैI ऐसे लक्षण ओसीडी में काफी कॉमन है I थोड़ी सी भी गंदगी या फिर किसी चीज़ में दाग उन्हें बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होती और यदि वह किसी भी चीज़ को छूते है तो बार-बार अपना हाथ धोते रहते हैI
5. गिनती और दोहराना
व्यक्ति चिंता को कम करने के लिए एक निश्चित संख्या की बार-बार गिनती करता रहता है या फिर कोई और कार्य करता है भले ही उस इंसान का उस घटना से कोई ताल्लुक ना हो जिसके होने से वह डरता है।
6. कम्युनिकेट करना
यदि उल्लेख किए गए लक्षण आपके व्यवहार से मेल खाते है तो अपने करीबी जनों से इसके बारे में बात करे और किसी चिकित्सक की परामर्श अवश्य ले या फिर आपके आसपास यदि किसी की हालत ऐसी है तो उनके तरफ मदद का हाथ बढ़ाएI यह याद रखे कि ओसीडी किसी को भी हो सकती है और इसे लेकर खुलकर बात करना एवं लोगों को जागरूक करना अत्यंत आवश्यक हैI