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महिलाओं के ज्वैलरी पहनने के पीछे का Scientific Reason क्या है?

भारतीय समाज में महिलाओं के आभूषण पहनने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है।आभूषण सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, वहीं इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं।

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Srishti Jha
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Image Credit: Freepik

What is the scientific reason behind women wearing jewellery? भारतीय समाज में महिलाओं के आभूषण पहनने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। जहां एक ओर आभूषण पहनना सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, वहीं इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं। आभूषणों के विभिन्न धातुओं और उनके गुणों का शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे यह प्रथा न केवल सौंदर्य बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बन जाती है। यहां पढ़िए महिलाओं के ज्वैलरी पहनने के पीछे का वैज्ञानिक कारण क्या है? 

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महिलाओं के ज्वैलरी पहनने के पीछे का Scientific Reason क्या है?

1. स्वास्थ्य के लाभ

कई आभूषणों का पहनना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। उदाहरण के लिए, कानों में बाली पहनने से एक्यूप्रेशर के बिंदुओं को उत्तेजना मिलती है, जो शरीर के विभिन्न अंगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसी प्रकार, नथ पहनने से नाक के आसपास के नसों को उत्तेजना मिलती है, जो श्वसन तंत्र को मजबूत करती है और साइनस की समस्याओं को कम करती है। यह वैज्ञानिक कारण बताते हैं कि आभूषण पहनना सिर्फ सौंदर्य के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

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2. तनाव और चिंता को कम करना

सोने और चांदी के आभूषण पहनने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सोना एक अच्छा कंडक्टर है और यह शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। चांदी के आभूषण पहनने से भी शरीर की उर्जा का संतुलन बना रहता है और मानसिक शांति मिलती है। वैज्ञानिक अनुसंधान से पता चला है कि ये धातुएं शरीर के ऊर्जा स्तर को प्रभावित करती हैं और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारती हैं।

3. रक्त संचार में सुधार

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हाथों और पैरों में पहनने वाले आभूषण, जैसे कि कंगन और पायल, रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। जब ये आभूषण चलते समय शरीर के विभिन्न हिस्सों से संपर्क में आते हैं, तो वे रक्त संचार को प्रोत्साहित करते हैं। पायल और बिछुए पहनने से पैरों के नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे रक्त का संचार बेहतर होता है और शरीर के निचले हिस्से में रक्त प्रवाह में सुधार होता है।

4. हार्मोनल संतुलन

कुछ आभूषण पहनने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, नथ पहनने से महिला के प्रजनन तंत्र को फायदा पहुंचता है और मासिक धर्म के दौरान दर्द और असुविधा कम होती है। इसके अलावा, मांग टीका और बिंदी पहनने से माथे के विशेष बिंदुओं पर दबाव पड़ता है, जिससे पिट्यूटरी ग्लैंड उत्तेजित होती है और हार्मोनल संतुलन बेहतर होता है।

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5. आभूषणों के धातु के गुण

अलग-अलग धातुओं के आभूषण पहनने से उनके विभिन्न गुण शरीर पर प्रभाव डालते हैं। जैसे कि सोना धारण करने से यह शरीर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जा को कम करता है। चांदी पहनने से यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के कारण त्वचा को सुरक्षित रखती है। इसके अलावा, तांबे के आभूषण पहनने से यह शरीर में तांबे की कमी को पूरा करता है और संधिशोथ (आर्थराइटिस) के दर्द को कम करने में मदद करता है।

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