Why Should Women Give Yourself Priority: सदियों से महिलाओं ने कभी खुद को प्राथमिकता दी ही नहीं है। उनके लिए कभी परिवार तो कभी पति ही प्रायोरिटी रहा है। ऐसे में उन्होंने अपनी वेल्बीइंग के ऊपर कभी ध्यान नहीं दिया है। इसके कारण महिलाएं जिंदगी में पीछे भी रह रही हैं लेकिन आज की नारी में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। वह अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं भागती और खुद को दाव पर लगाकर दूसरों को खुश करना अब उसे नहीं आता है। अब उसने यह सीख लिया है कि चाहे उसे सब छोड़ कर चले जाए लेकिन वह खुद को गवां नहीं सकती है क्योंकि अगर हम खुद को ही गवां लिया तब उसके पास कुछ भी नहीं बचेगा तो चलिए आज जानेंगे कि क्यों महिलाओं को खुद को प्राथमिकता देनी चाहिए-
महिलाओं के लिए खुद को Priority देना क्यों जरूरी?
अपनी WELL-BEING के लिए
महिलाओं को खुद को प्राथमिकता इसलिए भी देनी चाहिए क्योंकि उनकी वैल्यू भी बाकी लोगों के जैसे मैटर करती है। एक महिला सुबह सबसे पहले उठती है और सबसे बाद में उसे सोने का लिए मिलता है। घर के हर एक काम की जिम्मेदारी उसके ऊपर होती है। आज के समय में महिला वर्किंग भी है और अपना घर भी संभाल रही हैं। ऐसे में उनकी सेहत के ऊपर ध्यान कोई नहीं देता है। अब समय आ गया है कि महिलाएं अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत के ऊपर ध्यान दें। उन्हें अपनी सेहत को कभी भी दांव पर नहीं लगना चाहिए और हमेशा इसे अपनी प्रायरिटी लिस्ट में ऊपर रखना चाहिए।
अपने लिए सोचना उनका अधिकार है
हर व्यक्ति के लिए सबसे ऊपर वह खुद होता है लेकिन महिलाओं के केस में यह उल्ट है। उनके लिए पति बच्चे मां-बाप पहले प्रायोरिटी होते हैं और बाद में वह अपने लिए सोचती है लेकिन अब इस सोच को बदलने की जरूरत है। अब उन्हें यह सोचना चाहिए कि अगर हम खुद के लिए सोच रहे हैं तो यह किसी भी तरीके से गलत नहीं है। यह हमारा अधिकार है। इसके साथ ही इसके लिए खुद के बारे में बुरा सोचने या फिर शर्मिंदा होना जैसी कोई बात नहीं है। अगर आप खुद का ध्यान अच्छे से रखेंगे और अपनी जरूरत के ऊपर ध्यान देगी तभी आप दूसरे लोगों को भी खुश रख पाएंगे।
Boundaries पैदा करने के लिए
लाइफ में बाउंड्रीज का होना बहुत जरूरी है। आज भी हमारा समाज पुरुष प्रधान है और जब महिलाओं की बाउंड्री की बात आती है तब इस पर कोई भी जोर नहीं देता है। महिलाओं को बाउंड्रीज (Boundaries) क्रिएट करनी चाहिए। उन्हें लगता है कि यह काम मैं नहीं कर सकती हैं या उनके ऊपर स्ट्रेस बढ़ जाए तब दूसरों को मना करना भी उन्हें जरूर आना चाहिए। ऐसा नहीं है कि आपकी सेहत खराब है आप फिर भी किचन में काम कर रहे हैं। आपको पीरियड क्रैंप्स हो रहे हैं, आप फिर भी ऑफिस जा रहे हैं। आपको खुद के लिए बोलना होगा और दूसरों को इस बात का पता होना चाहिए कि उन्हें कब रुकना है।
खुद की ग्रोथ के लिए
आज के समय में अगर नारी सही रूप से विकास कर रही है तो इसका श्रेय उसे ही जाता है क्योंकि उसने खुद को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है। अब वह कंप्रोमाइज नहीं करती है। आज लोग कह रहे हैं कि महिलाएं तलाक ले रही है क्योंकि उन्होंने सहन करना छोड़ दिया है। अगर आप लाइफ में खुद की ग्रोथ चाहती है, आर्थिक रूप से आजाद होना चाहती है और अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जीना चाहती है तो आपको खुद को पहल देना पड़ेगी। यह पहला स्टेप है और इसे आप इग्नोर नहीं कर सकते। अगर आप वही आम जिंदगी जीना चाहते हैं जहां पर आपकी बात की कोई वैल्यू नहीं है, आपको अनसुना किया जाता है और आपकी जरूरत को अनदेखा किया जाता है तब आपकी ग्रोथ नहीं हो सकती।
गलत फायदा न उठाया जा सके
सदियों से महिलाओं का गलत फायदा उठाया जा रहा है। उन्हें हमेशा यह बताया जाता कि तुम्हारी जगह किचन में हैं। आज के समय महिलाओं के साथ ऐसा ही होता है। उन्हें बताया जाता है कि अगर तुम्हें ऑफिस जाना है तो घर के काम तुम्हें करने पड़ेंगे। इन्हें तुम छोड नहीं सकती। शादी के बाद बच्चा पैदा करना ही है। इसमें भी तुम्हें कोई चॉइस नहीं है। अगर महिलाएं खुद की वैल्यू या फिर खुद को अपने तरीके से जीना चाहती है तो उन्हें अपने खुद को प्रायोरिटी देनी पड़ेगा तभी वह गलत फायदा उठने से बच सकती है।