सेक्स एजुकेशन से नज़रिया थोड़े बदलने लगा हैं लोग अब सेक्स के बारे में खुलकर बात करने लगे है। लेकिन अभी इतनी खुलापन नहीं हुआ है। आज भी सेक्स को एक टैबू ही माना जाता है। बहुत से लोग यह ही सोच लेते कि सेक्स की बात बंद दरवाज़े के पीछे ही नहीं होनी चाहिए। उनके हिसाब से ऐसे समाजिक तौर पर इसकी बात करना अच्छा नही लगता है। बहुत से पार्ट्नर सेक्स को लेकर अपनी इच्छा को ज़ाहिर नहीं करते हैं। आज हम जानेंगे सेक्शूअल वेलनेस के बारे में कि क्या होता है औरतों को कैसे इसको बूस्ट करना चाहिए
What is sexual wellness/सेक्शूअल वेलनेस क्या होता है?
सेक्शूअल वेलनेस में प्लेज़र फ़ील करना,बॉडी की ख़ुशी और संबंधों को महसूस करना है जिसके साथ आप जोड़ना चाहते है
इस में 4 चीजें शामिल हैं -
सेक्शूअल हेल्थ (sexual health)
इसमें अपनी सेक्स के संबंधित हेल्थ का ध्यान रखना, सेक्शूअल हिंसा से बचना, STI जैसी बीमारी से अपना बचाव करना और गर्भ-निरोधक का इस्तेमाल करना है-
सेक्शूअल प्लेज़र (sexual pleasure)
इसमें पार्ट्नर की मंज़ूरी, निजता, सुरक्षा और बातचीत शामिल होती है।
सेक्शूअल न्याय (sexual justice)
इसमें आप अपने सेक्शूऐलिटी और जेंडर के लिए लीगल और सेहत संबंधी सहायता ले सकते है।
सेक्शूअल स्वास्थ्य (sexual wellbeing)
इसमें वे चीजें शामिल है जो हमारी कामुकता, आत्म-सम्मान हमारे पिछले यौन अनुभव आदि सब चीज़ें शामिल होती हैं।
सेक्शूअल वेलनेस (sexual wellness) कैसे बूस्ट करें-
1. अपनी ज़रूरतों को पहचानों
हम अपनी सेक्शूअल वेलनेस (sexual wellness) में अगर कोई बदलाव लाना चाहते है तो लेकर आ सकते है। आप खुद को जाँचे कि आप की क्या इच्छाएँ हैं।
2. अपने आप से जुड़े रहो
आप अपने साथ कनेक्ट रहे। अपने सेक्स और सेक्शूऐलिटी को समय दे जिससे आपको पता चलेगा कि आप क्या चाहते है।आपनी फ़ैंटसीज़ क्या है? क्या आपका नो-ज़ोन है? दूसरे को मज़ा देना अच्छा है लेकिन अपने प्लेज़र का भी ध्यान रखना जरूरी हैं।
3. बातचीत
बातचीत बहुत अच्छा माध्यम अपने बारे में जानने का। आप अपने पार्ट्नर के साथ इस चीज़ को लेकर बात करें। उनसे अपने बारे पूछे। अपनी लिमिटेशन लो कभी क्रॉस ना करें।
4. किताबें
सेक्स के रिलेटेड किताबें पढ़े इससे आपको इस के बारे में जानकारी मिलेगी। सेक्स के दौरान साफ़-सफ़ाई, प्लेज़र, गर्भ-निरोधक के बारे में जानकारी ले