बड़ती हुई जनसंख्या आज भारत की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। इसका एक कारण अनचाहे गर्भ का भी होना है। ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ के मुताबिक़ विकासशील देशों की 214 मिलियन औरतें अनचाहे गर्भपात से छुटकारा पाना चाहती है लेकिन फिर भी उनके द्वारा किसी गर्भ निरोधक साधन का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
आज भी लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। आज भी बहुत से कपल ऐसे है जिनके द्वारा फ़ैमिली प्लानिंग नहीं की जाती है।इस कारण लोगों को जागरूक करने के लिए 26 सितंबर को ‘विश्व गर्भ निरोधक’ दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2007 में हुई थी जिसका मुख्य उद्देश अच्छी 'परिवार विवस्था' करना है।
गर्भ निरोधक साधन क्या होते है?
गर्भ निरोधक साधन ऐसे तरीक़े होते है जिनसे आप अनचाहे गर्भ से बच सकते है।इसके लिए हम बहुत से उपकरणों, दवाओं और सर्जिकल प्रसीजर्ज़ का इस्तेमाल करते है।कोई भी ऐसी चीज़ या उपकरण जिसका उद्देशय महिला को गर्भवती होने से रोकना है उसे गर्भ निरोधक माना जा सकता है।
निरोधक साधनों में पिल्ज़,गर्भ निरोधकरिंग, फीमेल कंडोम, मेल कंडोम, वैजिनल रिंग आदि बहुत से गर्भ निरोधक तरीक़े है। भारत में 94.5 विवाहित औरतों को इसकी जानकारी है लेकिन इनमे से सिर्फ़ 50% विवाहित औरतें इनका इस्तेमाल करती हैं।
आज हम बात करेंगे गर्भ निरोधक के साधनों और उनके इस्तेमाल के समय कौन-कौन सी चीजों का ध्यान रखना चाहिएः-
- गर्भ निरोधक गोलियांः- गर्भ निरोधक गोलियां गर्भधारण से बचने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह पिल्ज़ 100 % कारगर नहीं होती। इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। यह गर्भ निरोधक का सबसे आसन तरीक़ा है।यह गोली तीन प्रकार की होतीं हैः- कॉम्बिनेशन पिल्ज़,एमरजेंसी कॉंट्रसेप्टिव पिल्ज़ और मिनी पिल्ज़।
साइड इफ़ेक्ट्सः- आपके मासिक चक्कर में बदलाव आ सकता है।
क़ब्ज़ होना
पेट में सूजन आ सकती है
डिप्रेशन का शिकार होना
वजन बढ़ भी सकता और कम भी हो सकता है।
चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर बाल आ सकते है।
इसके अलावा और भी बहुत से साइड इफ़ेक्ट्स आ सकते है।
इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। जब आप को कोई इसको लेते समय कोई परेशानी हो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। - कंडोमः- कंडोम दो तरह के होते है फ़ीमेल कंडोम और मेल कंडोम। फ़ीमेल कंडोम की बात करे तो उसे योनि के अंदर डाला जाता है ताकि आप अनचाहे गर्भधान से बच सके। कई बार आपका मेल पार्ट्नर कंडोम इस्तेमाल करने के लिए राजी नहीं करते उस समय आप इसे इस्तेमाल कर सकते है। यह संभोग के समय पुरष के स्पर्म को आपके अंदर नहीं जाने देता और अनचाहे गर्भ से बच सकते है। यह आपको एचआईवी जैसे रोगों से बचाता है।
सावधानियाँ -एक कंडोम को ज़्यादा बार इस्तेमाल ना करें।इन्हें कभी फ़्लश ना करें।एक्सपायरी डेट चेक करने के बाद ही कंडोम ख़रीदें।
सेफ़ सेक्स और अनचाहे गर्भ को रोकने लिए इसका इस्तेमाल करें। - आईयूडीः- आईयूडी का पूरा नाम ‘इंट्रायूटरिन डिवाइस’ है।यह एक तरह का ‘T’ प्रकार का डिवाइज़ होता है जो प्लास्टिक से निर्मित होता है। इसको आपकी गर्भाशय में डाला जाता है। यह मर्द के शुक्राणु औरत के अंडो तक पहुँचने तक रोकता है।
- सावधानियांः- IUD के साथ कभी भी मेंस्टरल कप यूज़ ना करें।इससे IUD अपनी जगह से हिल सकता है।इससे आपके योनी में इन्फ़ेक्शन हों सकती है। इसे लगाना थोड़ा दर्दनाक हो सकता है।अगर आपको लगता है आप परेगनेंट हो सकते, योनि कैन्सर है या फिर कोई और समस्या है इसे यूज़ करने से बचे।
ऐसे और बहुत से गर्भ निरोधक साधन है जिन्हें आप इस्तेमाल कर सकते है। गर्भ निरोधक दिवस मनाने का असली मक़सद भी यहीं है कि लोगों इन चीजों के बारे में जागरूकता हो। इनका इस्तेमाल करते समय इसके फएडे और नुक़सान दोनों देखे। डॉक्टर की सलाह के बिना इन्हें इस्तेमाल ना करें।