ग्रामीण भारत की महिलाओं की ज़िंदगियों पर बनी कई हिंदी फ़िल्में और शो समय-समय पर लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। हाल ही में किरण राव की फ़िल्म Laapataa Ladies को ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री चुना गया, जिसने एक बार फिर ग्रामीण महिलाओं के संघर्षों और जीवन पर ध्यान केंद्रित किया है। यह फ़िल्म और कई अन्य, महिलाओं की उन कहानियों को बखूबी पर्दे पर दिखाती हैं, जिन्हें अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही फ़िल्मों और शो के बारे में।
लापता लेडीज़ और अन्य हिंदी फ़िल्में जो ग्रामीण महिलाओं की ज़िंदगियों को दिखाती हैं
Laapataa Ladies: दो नवविवाहित महिलाओं की अनोखी कहानी
Laapataa Ladies फ़िल्म दो नवविवाहित महिलाओं, जया (प्रतिभा रंटा) और फूल (नितांशी गोयल) की कहानी है, जो अपनी शादी के तुरंत बाद, ससुराल जाते समय गलती से अदला-बदली हो जाती हैं। यह फ़िल्म मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में फ़िल्माई गई है, जहां ग्रामीण परिवेश और स्थानीय कला को बखूबी प्रस्तुत किया गया है। फ़िल्म का निर्देशन किरण राव ने किया है और इसे आमिर खान द्वारा प्रोड्यूस किया गया है।
Ram Leela (2013)
संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित Goliyon Ki Raasleela Ram-Leela एक ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित प्रेम कहानी है। गुजरात के एक काल्पनिक गांव 'रांझार' में सेट, यह फ़िल्म जातिगत संघर्ष और महिला स्वतंत्रता के इर्द-गिर्द घूमती है। फ़िल्म की मुख्य किरदार लीला (दीपिका पादुकोण) परंपराओं को तोड़ते हुए एक साहसी महिला के रूप में उभरती हैं।
Gulaab Gang (2014)
माधुरी दीक्षित और जूही चावला अभिनीत Gulaab Gang महिलाओं के संघर्ष और सशक्तिकरण की कहानी है। यह फ़िल्म उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड की महिलाओं पर आधारित है, जो घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, और शिक्षा जैसे मुद्दों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाती हैं।
Ishqiya (2010)
विद्या बालन, नसीरुद्दीन शाह, और अरशद वारसी अभिनीत Ishqiya एक ब्लैक कॉमेडी फ़िल्म है, जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सेट है। फ़िल्म में विद्या बालन का किरदार कृष्णा वर्मा एक रहस्यमयी महिला के रूप में दिखाया गया है, जो अपने दम पर पुरुषों की दुनिया में अपने लिए जगह बनाती हैं।
Masaan (2015)
Masaan वाराणसी की पृष्ठभूमि पर आधारित एक भावनात्मक ड्रामा फ़िल्म है, जिसमें समाज के छोटे और सीमित दायरे में महिलाओं के संघर्ष को दिखाया गया है। फ़िल्म की नायिका देवी (ऋचा चड्ढा) अपने समाज के पारंपरिक विचारों का सामना करती हैं और अपने जीवन में नया रास्ता तलाशने की कोशिश करती हैं।
Anaarkali of Aarah (2017)
स्वरा भास्कर अभिनीत Anaarkali of Aarah बिहार के छोटे शहर आरा की एक महिला की कहानी है, जो अश्लील गीत गाकर अपना जीवन यापन करती है। यह फ़िल्म उस समय की सशक्त महिला की कहानी है, जो अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ने से पीछे नहीं हटती।
Panchayat
Panchayat एक कॉमेडी-ड्रामा वेब सीरीज है, जो उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव फूलेरा की कहानी है। इसमें एक महिला सरपंच की भूमिका को दिखाया गया है, जो गाँव की राजनीति से दूर रहते हुए अपने घर में अपनी जगह बनाती है।
ये फ़िल्में और शो ग्रामीण भारत की महिलाओं की ज़िंदगियों को पर्दे पर लेकर आते हैं, जहां उनके संघर्षों, उनके सपनों, और उनके सशक्तिकरण की कहानियों को उजागर किया जाता है।