Aimee Baruah Stuns in Muga Silk Saree at Cannes 2024: असमिया अभिनेत्री एमी बरुआ ने कान्स 2024 के रेड कार्पेट पर अपनी पोशाक के माध्यम से अपनी विरासत का गर्व से प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। पारंपरिक मुगा सिल्क की साड़ी पहनकर, बरुआ ने असमिया संस्कृति का सार अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश किया। उनकी ये पोशाक न सिर्फ असमिया कपड़ों की सुंदरता और शालीनता को दर्शाती है, बल्कि प्रतिष्ठित आयोजनों में सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व के महत्व को भी रेखांकित करती है।
Cannes 2024 में चमकीं Aimee Baruah, मुगा सिल्क की साड़ी पहनकर सभी का खींचा ध्यान
मुगा सिल्क की खूबसूरती और परंपरा का संगम
बरुआ ने प्राकृतिक सुनहरे रंग और टिकाऊपन के लिए जानी जाने वाली मुगा सिल्क की साड़ी पहनी थी, जो असम की समृद्ध कपड़ा विरासत का प्रतीक है। उनकी साड़ी में असमिया कपड़ों की खासियत, जटिल हथकरघा डिज़ाइन और जीवंत रंग शामिल थे। साथ ही, साड़ी में दो सौ साल पुराने रूपांकन से भी सजावट थी। इनके साथ उन्होंने पारंपरिक असमिया सामान जैसे गमखारू कलाईबंद, असमिया गमोसा, रीहा और अपने बालों के जूड़े में कोपऊ फूल (लोमड़ी की पूंछ वाले आर्किड) भी पहने थे। ये सभी तत्व उनकी जड़ों से उनके गहरे जुड़ाव का प्रतीक थे और दुनिया भर से प्रशंसा अर्जित की।
अभिनेत्री से फिल्म निर्माता तक: अमीक्षा बरुआ की बहुमुखी प्रतिभा
एमी बरुआ असम, भारत की एक बहुमुखी प्रतिभा वाली अभिनेत्री और निर्देशिका हैं जिन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने डिमसा भाषा की फिल्म "सेमखोर" से निर्देशन की शुरुआत की, जिसने 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते।
असम से 75वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के रेड कार्पेट पर चलने वाली पहली अभिनेत्री के रूप में अमीक्षा ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की। उनकी नवीनतम डॉक्यूमेंट्री फिल्म "स्क्रीमिंग बटरफ्लाइज" को 17वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (MIFF) में प्रतिष्ठित "सिल्वर कोंच" पुरस्कार मिला।
एमी 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में जूरी सदस्य के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं और गोवा में 54वें IFFI में संचालन समिति का हिस्सा थीं। 2024 में, वह फिल्मफेयर अवार्ड्स असमी में " सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला) - प्रमुख भूमिका" का पुरस्कार जीतने वाली पहली असमिया महिला अभिनेत्री बनीं।
गौरवशाली उपसंहार
कान्स 2024 भारतीय सिनेमा के लिए सिर्फ फिल्मों के प्रदर्शन या ब्रांडों का प्रतिनिधित्व करने का ही मंच नहीं था। यह व्यक्तिगत संस्कृति और विरासत का उत्सव भी था। इस वर्ष कई भारतीय हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से साबित किया कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी व्यक्तिगत कहानियों और भावनात्मक जुड़ाव को साझा और मनाया जा सकता है। उन्होंने गर्व से अपनी जड़ों को अपनाया और साबित किया कि अवसर मिलने पर वे गर्व और प्रामाणिकता के साथ चमक सकते हैं।