What Is Toxic Femininity: हमने बॉलीवुड में कईं मूवीज के द्वारा यह तो देख लिया की टॉक्सिक मस्क्युलिनिटी क्या होता है लेकिन हमें टॉक्सिक फेमिनिटी के बारे में समझना अभी भी कहीं न कहीं बाकी हैं। अक्सर समाज पुरुष और महिलाओं के लिए एक अनरियलिस्टिक स्टैंडर्ड सेट कर देता है और उनसे उम्मीद किया जाता है कि वह उसी तरह रहने और बिहेव करने चाहिए। अगर कोई इंसान उसे फॉलो ना करे तो उसे शेम करने लगते हैं और इसी वजह से उस इंसान पर एक मोल्ड में फिट होने वाला बनना पड़ता है फिर भले ही वो वैसा हो या नहीं। यह बेमतलब का प्रेशर हर इंसान के लिए बुरा साबित होता है फिर चाहे वो पुरुष हो या स्त्री। जहाँ समाज पुरुषों को भी टॉक्सिक मस्क्युलिनिटी के दलदल में डाल चुका है, वहीँ महिलाएं भी इस छोटी सोच का शिकार हो चुकी हैं और उसे कहते हैं टॉक्सिक फेमिनिटी। आइये पढ़े आगे इस ब्लॉग में कि कैसे लक्षणों को देख कर समझे कि कोई महिला में टॉक्सिक फेमिनिन है।
क्या होता है टॉक्सिक फेमिनिटी?
1. अपने क्षमताओं को कम करके दिखाना
कुछ टॉक्सिक फेमिनिन महिलाएं अपने क्षमताओं को कम दिखने का ढोंग करती हैं, विशेष रूप से की किसी पुरुष को कमज़ोर ना दिखना पड़े। ऐसे व्यव्हार को भी टॉक्सिक फ़ेमिनिटी कहते हैं।
2. लगातार किसी मेल पार्टनर का सहारा लेना
बार-बार किसी मेल पार्टनर का सहारा ढूढ़ना और लेना जबकि कभी-कभी तो आपको उस रिश्ते की ज़रूरत ना हो तबभी, क्यूंकि आपको लगता है कि आप अकेले नहीं रह सकती और आपको एक मेल पार्टनर चाहिए ही निर्भर होने के लिए, इस व्यवहार को भी टॉक्सिक फेमिनिटी के लक्षण कह सकतें हैं।
3. जजमेंट पास करना
किसी को जज करना उनके पसंद और प्रेफरेंस के लिए, जो कि समाज के नियमों में फिट नहीं बैठता, को भी टॉक्सिक फेमिनिन महिला कह सकतें हैं।
4. अपने आप को कष्ट देना समाज के नियमों के लिए
समाज के नियमों में फिट होने के लिए खुदको लगातार कष्ट देते रहना ताकि समाज उसे स्वीकार ले को भी टॉक्सिक फेमिनिटी कह सकते हैं।
5. खुदसे पहले मर्दों की इच्छा को आगे रखना
यह सोच रखना कि मर्द का ओहदा महिला से ऊपर आता है इसलिए उनके इच्छा और ज़रूरतों को आगे रखने वाली महिलाएं भी टॉक्सिक फेमिनिन होती हैं।