Make Your Own Decision: लड़की को कायदे में रहना चाहिए। लड़कियों को हवा में उड़ना नहीं चाहिए। एक लड़की को अपने लिए डिसिजन लेने का कोई अधिकार नहीं है। हर लड़की इन बातों को सुनकर बड़ी हुई है। हमारे समाज की सफतला, डेवलपमेंट का कोई फायदा नहीं अगर हमारे देश, समाज की लड़कियों को उनके खुद के लिए निर्णय लेने का अधिकार नहीं मिल सकता। जानिए क्या एक लड़की का डिसिजन लेना उसे एक बुरी लड़की और बेटी बनाता है।
डबल स्टैंडर्ड हमारे समाज में
हमारे देश में लोग काफी तरकी कर रहे हैं लेकिन इस तरकी का क्या फायदा अगर इस देश के लोगों की सोच नहीं बदली। आपको लग रहा होगा की इस सोच को पुरुष ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है की इस सोच को सिर्फ पुरुषों ही नहीं बल्कि महिलाएं भी इसका साथ दे रही है और वह चाहती हैं की सभी लड़कियां इसी सोच को अपनाएं। हमारे समाज में महिलाओं और लड़कियों के अधिकार के लिए सब बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन हकीकत में इसका उल्टा होता है।
हमारे स्कूल और घरों में अक्सर कहा जाता है, लड़की और लड़के दोनों को अपने लिए आवाज़ उठानी चाहिए, अपनी खुशियों के लिए लड़ना चाहिए। तो एक लड़की को अपने जीवन से जुड़े फैसलों का निर्णय लेने का अधिकार क्यों नहीं दिया जाता और अगर कोई अपने परिवार से लड़कर वो करे जो वह करना चाहती है तो कहते हैं लड़की बिगड़ गई है।
क्या अपने लिए कुछ सोचना गलत है? क्या अपने लिए डिसिजन लेना बदतमीजी है? कैसे अपनी खुशियों के बारे में सोचना एक लड़की को बुरा बनाता है? क्या यह सोच कभी बदल पाएगी? मैने अक्सर लड़कियों को कहते सुनना है पापा मम्मी ने माना कर दिया था। मुझे ऐसा लगता है की सबसे पहल हमे हमारे देश के लोगों की सोच जो कहती है की बेटियां बोज होती हैं और उन्हें ससुराल में खाना ही बनाना है। अगर यह सोच बदल जाए ना तो इस देश की कोई लड़की अपने सपनों को पूरा करने से नहीं डरेगी, अपने माता पिता से उनके बारे में बात करने से नहीं डरेगी और अपने परिवार का नाम रोशन करेंगी।
लड़कियों को आवाज़ उठानी होगी
हर व्यक्ति अपनी खुशियों का हकदार होता है। कहते हैं जो आपकी किस्मत में लिखा होता है वो आपको जरूर मिलता है, लेकिन किस्मत भी तब ही साथ देती है जब आप मेहनत करेंगे और उस चीज को हासिल करने के लिए लड़ेंगे। हमे हमारे जीवन में क्या, कब और क्यों चाहिए यह सिर्फ हमे पता है इसलिए इस बात को सबको बताने की बजाए सबको करके दिखाओ ताकि सब कहें की लड़की ने अपने लिए एक परफेक्ट डिसिजन लिया था।
इसके साथ ही अपने मन में एक बात बिठालें की अगर अपने सपनों और खुशियों के लिए लड़ने के लिए अपनी बुरा यां ताने मारे जाएंगे तो उन पर ध्यान न दें क्योंंकि जब आप जीवन में को बन जाएंगे जो आप बनना चाहते हैं तब को मुकाम इन सब लोगों का मुंह बंद कर देगा। बस खुद पर भरोसा रखे और आगे बढ़ते जाएं और सिर्फ अपने लक्ष्य की चोटी पर रुके। और जब आप पीछे मुड़कर देखेंगे तब आपको अपने ऊपर गर्व मेहसूस होगा।