5 Reasons Why We Celebrate Makar Sankranti: मकर संक्रांति भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण की शुरुआत होती है। यह त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी छिपा होता है। जानें कि हम मकर संक्रांति क्यों मनाते हैं।
5 कारण क्यों मनाते हैं मकर संक्रांति
1. सूर्य के उत्तरायण होने का उत्सव
मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। इसे शुभ माना जाता है क्योंकि उत्तरायण का समय सकारात्मकता, प्रगति और समृद्धि का प्रतीक होता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस समय में किया गया कोई भी शुभ कार्य अधिक फलदायी होता है।
2. फसल कटाई का त्योहार
मकर संक्रांति किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि यह नई फसल की कटाई का समय होता है। इस दिन नई फसल, विशेषकर तिल और गुड़ से बने व्यंजन बनाए जाते हैं। यह त्योहार प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने का समय है।
3. धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
मकर संक्रांति का उल्लेख महाभारत और पुराणों में भी मिलता है। इस दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
4. सामाजिक मेलजोल और एकता का प्रतीक
यह त्योहार समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देता है। इस दिन पतंग उड़ाना, तिल-गुड़ बांटना और सामूहिक उत्सव मनाना एक दूसरे से जुड़े रहने का प्रतीक है।
5. सर्दियों के अंत का संकेत
मकर संक्रांति सर्दियों के अंत और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक भी है। इस समय मौसम में बदलाव होता है और दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगते हैं। इस बदलाव को स्वागत करने के लिए यह त्योहार मनाया जाता है।
मकर संक्रांति केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, समाज और जीवन से जुड़े कई पहलुओं को दर्शाता है। यह त्योहार हमें सकारात्मकता, समृद्धि और एकता का संदेश देता है। तो इस मकर संक्रांति पर, नई फसल, पतंगबाजी और परंपराओं का आनंद लें और इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाएं।