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Chaitra Navratri Special: नवरात्रि का पर्व शक्ति और भक्ति का संगम होता है। नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है और श्रद्धालु व्रत रखते हैं। इस दौरान माँ को भोग अर्पित करने का विशेष महत्व होता है, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है। भोग प्रसाद में सात्विक और शुद्ध आहार का उपयोग किया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ खास व्यंजनों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप नवरात्रि के दौरान माता के भोग के लिए बना सकते हैं।
Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि के दौरान माता के भोग के लिए बनाएं ये चीजें
साबुदाना खिचड़ी
नवरात्रि के दौरान उपवास में साबुदाना खिचड़ी एक लोकप्रिय व्यंजन होता है। यह हल्की और बेहतर के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है। इसे बनाने के लिए भिगोया हुआ साबुदाना, मूंगफली, हरी मिर्च और सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है। इसमें घी डालकर पकाने से इसका स्वाद और बढ़ जाता है। माता के भोग के लिए इसे तुलसी पत्तों और धनिए से सजाया जाता है। इस खिचड़ी खाने से ऊर्जा बनी रहती है और व्रत के दौरान कमजोरी महसूस नहीं होती।
सिंघाड़े के आटे का हलवा
सिंघाड़े के आटे का हलवा नवरात्रि के दौरान माता रानी को चढ़ाया जाने वाला एक स्वादिष्ट प्रसाद है। इसे बनाने के लिए देसी घी, गुड़ या चीनी और सूखे मेवों का उपयोग किया जाता है। यह हलवा न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि उपवास के दौरान शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है। इसका बनावट मुलायम होती है और इसमें इलायची का स्वाद इसे और भी खास बना देता है। इसे भोग में अर्पित करने से माँ की कृपा प्राप्त होती है।
कुट्टू के आटे की पूरी
कुट्टू के आटे की पूरी व्रत में खाए जाने वाले प्रमुख व्यंजनों में से एक है। इसे आलू या अरबी के साथ मिलाकर बनाया जाता है ताकि यह और स्वादिष्ट लगे। सेंधा नमक और हरी मिर्च डालने से इसका स्वाद बढ़ जाता है। इसे घी में तलकर तैयार किया जाता है और भोग में अर्पित किया जाता है। यह पूरी व्रत के दौरान पेट को भरा रखने के साथ-साथ ऊर्जा भी प्रदान करती है, जिससे दिनभर सक्रियता बनी रहती है।
मखाने की खीर
मखाने की खीर एक पारंपरिक मिठाई है जिसे नवरात्रि के दौरान माता रानी को भोग के रूप में चढ़ाया जाता है। इसे बनाने के लिए मखाने, दूध, चीनी और केसर का उपयोग किया जाता है। इसमें बादाम और काजू डालने से इसका स्वाद और भी समृद्ध हो जाता है। यह खीर हल्की और बेहतर होती है, जिससे यह उपवास के लिए एक आदर्श मिठाई बन जाती है। माता को प्रसन्न करने के लिए इसे तुलसी पत्तों के साथ भोग में अर्पित किया जाता है।