Hygiene In Periods: मासिक धर्म यानि कि पीरियड्स एक महिला के शरीर की महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में से एक है जो अत्यधिक सावधानी के योग्य है। मासिक धर्म के दौरान उचित हाइजीन सुनिश्चित करना और सही भोजन करना आपके दर्द को कम करने की कुंजी है। स्वास्थ्य के मुताबिक मासिक धर्म के दौरान हाइजीन का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है।
मासिक धर्म के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही आपके के लिए समस्याएं बढ़ा सकती है। स्वास्थ्य के हिसाब से बचपन से ही मासिक धर्म से जुड़ी सही जानकारी और इससे संबंधित स्वच्छता के उपायों के बारे में लोगों को बताना बहुत आवश्यक है। ये उनके शरीर के लिए तो महत्वपूर्ण होता ही है साथ ही उनके स्वास्थ्य के लिए और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान एलर्जी और संक्रमण का खतरा हो सकता है।
यह जरूरी नहीं है कि हर कोई मासिक धर्म स्वच्छता के सर्वोत्तम तरीकों को जानता हो क्योंकि इसके बारे में कई मिथक भी जुड़े हुए हैं। इसलिए पीरियड हाईजीन से जुड़ी कुछ मूल बातें हम आपको बताने जा रहे हैं जिसको जानने से आपको न केवल पीरियड के दौरान फ्रेश और कॉन्फिडेंट महसूस करने में मदद मिलेगी बल्कि आप खुद को हेल्दी भी पाएंगी।
पीरियड्स के दौरान क्या सावधानियां रखें
जानिये कुछ ऐसी बातें जिनका आपको पीरियड्स के समय ध्यान रखनी चाहिए :-
सैनिटरी पैड को समय-समय पर बदलते रहें
मासिक धर्म के दौरान शरीर से गंदा खून निकलता है जिसे सैनिटरी पैड एब्जार्ब करती रहती है। इस दौरान शरीर कई प्रकार के संक्रमण के प्रति बहुत संवेदनशील हो जाता है। ऐसे में ज्यादा देर तक एक ही पैड के इस्तेमाल से जननांगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इन दिक्कतों से बचे रहने के लिए सैनिटरी पैड को समय-समय पर बदलते रहें।
पानी पीते रहें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मासिक धर्म के दौरान आपका पीएच लेवल भी बढ़ सकता है। इसे कंट्रोल में रखने के लिए समय-समय पर पानी पीते रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। पानी पीते रहने से संक्रमण के खतरे को भी कम किया जा सकता है, साथ ही यह आपको डिहाइड्रेशन से भी बचाता है।
जननांगों की साफ-सफाई का ध्यान रखें
मासिक धर्म के दौरान जननांगों की साफ-सफाई बहुत आवश्यक हो जाती है। ऐसा करके आप संक्रमण के जोखिम को कम कर सकती हैं। सैनिटरी पैड को हटाने के बाद भी बैक्टीरिया शरीर से चिपके रह सकते हैं। ज्यादातर लोग कैमिकल युक्त उत्पादों को जननांगों की साफ-सफाई के लिए प्रयोग में लाते रहते हैं, हालांकि इसे सही तरीका नहीं माना जाता। हर बार साफ पानी या डेटोल से अच्छी तरह से जननांगों की साफ-सफाई करें।
सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन सोनाली का है।