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Sanitary Pad, Tampon Or Menstrual Cup?: periods के दौरान साफ-सफाई बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। इस समय सही प्रोडक्ट का चुनाव करना न केवल आरामदायक होता है, बल्कि स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है। बाजार में तीन प्रमुख विकल्प उपलब्ध हैं—सैनिटरी पैड, टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप। हर उत्पाद के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, और सही विकल्प चुनने के लिए सही जानकारी होना जरूरी है।
सही विकल्प चुनने के लिए जानें ये जरूरी बातें (Know These key Points To Choose Right)
Sanitary Pad: पारंपरिक और सुविधाजनक
सैनिटरी पैड, सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला विकल्प है, खासकर भारत में। ये शोषक सामग्री से बने होते हैं और इन्हें अंडरवियर में लगाया जाता है। सैनिटरी पैड इस्तेमाल में आसान होते हैं खासकर उन लड़कियों के लिए जिनको पहली बार पीरियड्स का अनुभव होता है।
फायदे
इसके फायदे कुछ ऐसे हैं, उपयोग में बेहद आसान और आसानी से उपलब्ध। किसी विशेष तकनीक या प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं होती। लाइट से लेकर हेवी फ्लो तक अलग-अलग विकल्प मिलते हैं।
नुकसान
इसके कुछ नुकसान भी है, जैसे इसे लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। प्लास्टिक युक्त पैड पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं। गर्मी और नमी के कारण त्वचा में जलन या रैशेज हो सकते हैं। और साथ ही चिड़चिड़ापन भी हो सकता है।
Tampon: सक्रिय जीवन में उपयोगी और बढ़िया तरीका
टैम्पोन छोटे, सिलेंडर जैसे कॉटन के होते हैं। जिन्हें योनि के अंदर डाला जाता है। ये रक्त को वहीं सोख लेता हैं, जिससे आराम महसूस होता है। जो महिलाएं तैराकी या खेल गतिविधियों में भाग लेती हैं, उनके लिए टैम्पोन एक अच्छा विकल्प होता है।
फायदे
इसके फायदे यह है कि, इसे इस्तेमाल करना आसान और आरामदायक होता है और ज्यादा मूवमेंट करने की छूट देता है। तैराकी या वर्कआउट के दौरान भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। और साथ ही पैड के मुकाबले में कम गंदगी महसूस होती है।
नुकसान
संक्रमण या टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (TSS) का खतरा बढ़ सकता है यदि सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जाए। शुरुआती इस्तेमाल म असहजता महसूस हो सकती है। बार-बार बदलना पड़ता है, खासकर हेवी फ्लो के दौरान।
Menstrual Cup: पर्यावरण के अनुसार और किफायती
मेंस्ट्रुअल कप सिलिकॉन, रबर या लेटेक्स से बना एक reusable कप होता है, जिसे योनि में डाला जाता है। यह रक्त को सोखने के बजाय इकट्ठा करता है। इसे 8-12 घंटे तक पहना जा सकता है, जो इसे एक किफायती और टिकाऊ प्रोडक्ट बनाता है।
फायदे
इसके फायदे यह है कि इसे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं होती। लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है (5-10 साल तक)। पर्यावरण के अनुकूल और प्लास्टिक कचरे को कम करने में भी मदद करता है।
नुकसान
इसके फायदे के साथ नुकसान ये है कि, पहली बार इस्तेमाल करने वालों के लिए इसे इस्तेमाल करना जैसे, इसे योनि में डालना और निकालना मुश्किल हो सकता है। सफाई और रखरखाव की जरूरत होती है। कुछ महिलाओं को इससे असहज (uncomfortable) महसूस हो सकता है।
इनके फायदे और नुकसान के आधार पर आप एक सही प्रोडक्ट्स को चुन सकते हैं, जो आपके लिए बेहतर हो।