महिलाओं को Abortion से "ना" कहने की आवश्यकता क्यों है?

अबॉर्शन, एक महिला के लिए अहम और ज़िम्मेदारीपूर्ण निर्णय हो सकता है। हालांकि कई जगह अबॉर्शन करवाने का विकल्प महिलाओं के लिए सामाजिक, धार्मिक, और नैतिक मान्यताओं के खिलाफ हो सकता है। महिलाओं को अबॉर्शन से "ना" कहने की आवश्यकता क्यों है? 

author-image
Ritika Negi
New Update
abortion).png

(Image Credits: file image)

Reasons why women should say No to abortion: अबॉर्शन, एक महिला के लिए अहम और ज़िम्मेदारीपूर्ण निर्णय हो सकता है। हालांकि कई जगह अबॉर्शन करवाने का विकल्प महिलाओं के लिए सामाजिक, धार्मिक, और नैतिक मान्यताओं के खिलाफ हो सकता है। इस आर्टिकल के जरिए हम कुछ कारण जानेंगे कि महिलाओं को अबॉर्शन से "ना" कहने की आवश्यकता क्यों है? 

महिलाओं को अबॉर्शन से "ना" कहने की आवश्यकता क्यों है? 

1. जीवन का मूल्य (Value of Life)

Advertisment

सबसे पहला और महत्वपूर्ण कारण है जीवन का मूल्य। हर एक जीव को जीने का अधिकार होता है और मनुष्य होने के नाते हम उससे वह अधिकार नहीं छीन सकते। अबॉर्शन का मतलब है एक  बच्चे के जीवन को समाप्त कर देना, उसे जन्म ही ना लेने देना और यह मानवता के मूल्यों के खिलाफ है। 

2. स्वास्थ्य का खतरा (Injurious to Health)

अबॉर्शन करवाना आपके मानसिक स्वास्थ्य के साथ साथ शारीरिक स्वास्थ्य तक को प्रभावित कर सकता है।  इसके अतिरिक्त, अबॉर्शन के बाद कई संभावित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि इंफेक्शन, डिप्रेशन, एंजाइटी और कभी कभी तो महिलाएं अबॉर्शन करने के बाद दोबारा प्रेगनेंट नहीं हो पाती। 

3. सामाजिक प्रतिष्ठा का नुकसान (Loss of Social Image)

कई समाजों में अबॉर्शन को धार्मिक, सामाजिक और नैतिक मूल्यों के खिलाफ माना जाता है। समाज में अबॉर्शन करने वाली महिलाओं को सामाजिक प्रतिष्ठा का नुकसान हो सकता है। यह महिलाओं को समाज से अलग कर सकता है और उन्हें आत्महत्या की ओर प्रेरित कर सकता है। 

4. परिवार का साथ खो देना (Loss of Parental Support)

Advertisment

अबॉर्शन करने के बाद, कई महिलाएं पारिवारिक और सामाजिक दोनों समर्थन को खो देती हैं। कई बार ऐसा होता है कि परिवार वाले महिला से रिश्ता ही तोड़ देते हैं। यह उन्हें मानसिक तनाव, डिप्रेशन और आत्महत्या की दिशा में प्रेरित कर सकता है। 

यह कुछ ऐसे कारण हैं जिनसे स्पष्ट होता है कि महिलाओं को अबॉर्शन से “ना” कहना चहिए। किंतु कई बार हम समाज में कुछ ऐसी घटनाएं देखते हैं कि महिलाओं के पास अबॉर्शन के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं होता। उदाहरण के तौर पर देखिए कोई लड़की शादी से पहले प्रेगनेंट हो गई, और उसका बॉयफ्रेंड उसे छोड़ के चला गया। अब इस परिस्थिति में लड़की क्या करेगी? अपने घर में वो बता नहीं सकती, किसी से मदद नहीं मांग सकती, इसलिए हार के वह अबॉर्शन को चुनती है। 

यह बेहद जरूरी है कि हम अबॉर्शन की समस्या को गंभीरता से लें क्योंकि यह सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी महिलाओं के लिए हानिकारक है। समाज में लड़कियों को प्रेगनेंसी के बारे में, अबॉर्शन के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्हें यह समझाना ज़रूरी है कि किसी और की गलती ही सजा किसी मासूम को देना सही बात नहीं है, और यह शरीर के लिए बेहद खतरनाक है। 

#Women abortion Say No parental support social image injurious to health