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स्मृति ईरानी से निधि राज़दान तक, क्या होगी इन महिलाओं की 2024 के चुनाव में भूमिका

प्रेरणादायक | लीडरशिप: दिन प्रतिदिन महिलाओं की सहभागिता राजनीति में बढ़ती जा रही है चाहे वह राजनीति से जुड़कर हो या फिर देश के नागरिक के तौर पर हो। जानिए इस ब्लॉग में स्मृति ईरानी से निधि राज़दान तक, क्या होगी इन महिलाओं की 2024 के चुनाव में भूमिका

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Sukanya Chanda
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What Is The Role Of These Prominent Female Personalities In 2024 Elections? (image credit- NDTV)

What Is The Role Of These Prominent Female Personalities In 2024 Elections: 1962 वह साल था जब भारत में पहली बार महिलाओं को वह हक मिला था कि वह भी अपने हक का वोट दे और देश के प्रधानमंत्री को चुनेI जहां पुरुषों की उपस्थिति 63.31% थी, वही महिलाओं की गणना केवल 46.63% जोकि 2019 तक 20.55% की मात्रा में बड़ी और आज कुछ इलाकों में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की गिनती है वोट देने की। आजादी से लेकर अब तक हर क्षेत्र में महिलाओं ने एक अहम भूमिका निभाई है, हमारे देश को आगे ले जाने की। अब के लोकसभा में जहां 542 मेंबर्स होते हैं वहां आज 78 महिला मेंबर्स है और हम आशा करते हैं की महिला मेंबर्स की गिनती और भी बढ़ती रहे और हमारा देश और भी तरक्की करे। इसी को और आगे ले जाने के लिए महिलाओं की सहभागिता 2024 के चुनाव में बहुत ही महत्वपूर्ण है।

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कुछ विशेष व्यक्तित्व हैं जो 2024 चुनाव में अहम भूमिका अदा करेंगे

1. स्मृति ईरानी

भारतीय टेलीविजन का एक लोकप्रिय चेहरा है स्मृति ईरानी जिन्होंने 2003 में भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कियाI तब से वह बीजेपी के लिए काम किया जा रही है 2009 के पार्लियामेंट्री इलेक्शन में भी उन्होंने नारी के लिए नारी के हक के लिए अपनी आवाज उठाई और 2014 में उनके जीवन में एक अहम परिवर्तन हुआ जब बीजेपी ने देश का शासन संभाला और स्मृति ईरानी ने यूनियन मिनिस्टर के तौर पर देश के ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट का कार्यभार ग्रहण किया। 2017 को उन्हें मिनिस्ट्री आफ इनफॉरमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग का इंचार्ज बनाया गयाI 2019 से स्मृति ईरानी लोक सभा की मेंबर है और हर लोकसभा के चर्च में उन्होंने अपनी आवाज उठाई हैI 

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2. ममता बनर्जी

1970 से ममता बनर्जी ने राजनीति में अपना कदम रखा और एक के बाद एक मुकाम हासिल करती गईI 1997 को कोलकाता के कांग्रेस पार्टी से न बनने के कारण उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को ज्वाइन कियाI सिर्फ यही नहीं साल 2000 को ममता बनर्जी देश की प्रथम महिला रेल मंत्री बनी और 2011 को कोलकाता की पहली महिला मुख्यमंत्री के पद पर चुनी गईI एक महिला राजनीतिक व्यक्तित्व के अनुसार ममता बनर्जी का दबदबा अभी भी बना हुआ है। ममता जी वह निडर मंत्रियों में से है जी अपनी बात सबके सामने कहने से कभी भी कतराई नहीं और इतने कम उम्र में राजनीति से जुड़कर देश में महिलाओं के लिए ममता बनर्जी एक प्रेरणा बनी।

3. रानीका जायसवाल

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48 साल की रानी भारत के शासक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश में महिला शाखा की कोषाध्यक्ष हैI वाराणसी में रानीका जयसवाल के परिवार ने पिछले चार दशकों में भारत के शासक दल भाजपा पार्टी में कई पदाधिकारियों का दावा किया है। अब वह कार्रवाई का एक हिस्सा चाहती है। अब राजनीति में हालात बदल रहे हैं ज्यादा से ज्यादा महिला राजनीति में भी हिस्सा ले रही है और बीजेपी भी इस मुद्दे पर  गौर फरमा रहे है ऐसे में रानीका का कहना है कि "सर्वेक्षण के दौरान हजारों महिला मतदाताओं ने कहा कि उन्हें निराशा महसूस हुई क्योंकि महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान के बावजूद महिलाओं को सत्ता में कम हिस्सेदारी दी गई।" 

4. वनथी श्रीनिवासन

वनथी पेशे से एक वकील है जो चेन्नई हाई कोर्ट की सीनियर एडवोकेट है जोभाजपा तमिलनाडु की पूर्व राज्य सचिव थी और उन्होंने सेंट्रल बोर्ड का फिल्म सर्टिफिकेशन की बोर्ड सदस्य के रूप में भी काम किया था। वनथी 1993 से शासक दल भाजपा से जुड़ी हुई हैI 2020 तक वह तमिलनाडु की महासचिव थी उसके बाद उन्हें स्टेट वाइस प्रेसिडेंट बनाया गयाI 2021 में उन्होंने कोयंबटूर, तमिल नाडु की असेंबली इलेक्शन भी जीताI वह बीजेपी के महिला मोर्चा की नेशनल प्रेसिडेंट है। हाल ही में नॉर्थ ईस्ट में हुए भाजपा के महिला मोर्चा मीटिंग में बयान दिया कि इस बार की G20 में भारत का सम्मेलन देखते हुए कहा जा सकता है कि भारत G20 का नेतृत्व करने में सक्षम रहेगीI

5. निधि राज़दान

निधि राज़दान एक भारतीय जर्नलिस्ट, एनडीटीवी की एग्जीक्यूटिव एडिटर और जानी मानी टेलीविजन व्यक्तित्व भी है। वह अपनी आलोचक कार्यक्रम 'लेफ्ट राइट सेंटर' के लिए जानी जाती है जहां वह ऐसे मुद्दों पर सवाल उठाती है जो जनता को जागरूक करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने हमेशा अपने बेबाक अंदाज़ में पक्षपात न करते हुए सच का साथ दिया। उन्हें 2010 में 'न्यूज़ शो होस्ट ऑफ़ द ईयर' के अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी सबसे बड़ी खासियत यह है की उन्होंने हमेशा महिलाओं के लिए आवाज उठाई और राजनीति और देश में महिलाओं का क्या योगदान है और आने वाले चुनाव में उनकी क्या भूमिका रहेगी? इसके बारे में भी सबको अवगत करती है।

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