Social Media Empowered Women: सोशल मीडिया आज के समय में सबसे पॉवरफुल टूल है जिससे आप किसी भी तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। जहां पर इसके समाज पर नेगेटिव प्रभाव है वही इसके पॉजिटिव प्रभाव भी नजर आते हैं। महिलाओं की बात करें तो सोशल मीडिया का उनकी जिंदगी पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ा है। महिलाओं को एंपावर्ड करने में सोशल मीडिया का एक बहुत बड़ा योगदान है चाहे वह महिला वर्किंग हो या फिर हाउसवाइफ। आईए इनमें से कुछ प्रभावों के बारे में जानते हैं-
महिलाओं को Empowered करने में Social Media की क्या भूमिका है?
1. फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस
सोशल मीडिया से महिलाएं फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट बन रही है। बहुत सारी महिलाएं पर्सनल ब्लॉग्स ओर इनफॉर्मेटिव वीडियो बनाती हैं जिन्हें बहुत सारी कंपनी प्रमोशंस ऑफर करती है जो महिलाओं की इनकम में हिस्सा डाल रही हैं। इसके अलावा बहुत सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इनकम जनरेट होती है जिससे महिलाएं फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस की तरफ बढ़ रही है।
2. अवेयरनेस
सोशल मीडिया से आज की महिला हर पहलू से जागरूक हो रही है जैसे सेक्सुअल, मेंस्ट्रूअल और मेंटल हेल्थ जैसे टॉपिक के बारे में जानकारी मिलती है। सोशल मीडिया पर बहुत सारे फेमिनिस्टिक पेज तो महिलाओं को उनके अधिकारों और पितृसत्ता सोच के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं। बहुत सारी महिलाएं भी इन प्लेटफॉर्म्स पर अपनी जर्नी को लोगों के साथ बांटती हैं जो दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनती है।
3.कॉन्फिडेंस
सोशल मीडिया पर जब महिलाएं वीडियो बनाकर अपलोड करती हैं तो उनके अंदर कॉन्फिडेंस आता है। बहुत सारी महिलाएं जो पहले किसी के सामने बोल नहीं सकती थीं लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने से उनके अंदर एक कॉन्फिडेंस बिल्ड होने लगता है। इसके साथ उनकी पर्सनालिटी डेवलपमेंट में भी सोशल मीडिया हिस्सा डालता है।
4. सेल्फ लव
आप सोचते होंगे कि सोशल मीडिया सेल्फ लव कैसे पैदा करता है? ऐसे बहुत सारे सोशल मीडिया चैनल्स हैं जो सेल्फ लव को प्रमोट करते हैं। इनमें से बहुत सारी महिलाएं भी हैं जो सेल्फ लव और एक्सेप्टेंस जैसे मुद्दों पर बात करती हैं। उनमें बहुत सारी महिलाएं प्रेरित होकर अपने जीवन में भी और सेल्फ लव को लेकर आती है।
5. मूवमेंट्स
सोशल मीडिया से ऐसी बहुत सारी मूवमेंट्स को बढ़ावा मिला है जो महिलाओं के अधिकारों की बात करती है। इनमें से एक मी टू मूवमेंट और निप्पल फ्री जैसी मूवमेंट्स है जिसके द्वारा महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाती हैं। इसके अलावा पितृसत्ता सोच से आजादी और मर्द प्रधान समाज के खिलाफ आवाज में उठाने में भी सोशल मीडिया का बड़ा रोल है।