How To Control Anger : अक्सर जब चीजे आपके हिसाब से नहीं होती, कोई आपकी बात नहीं सुनता या कोई आपको कुछ गलत बोल देता है तब गुस्सा आना लाजमी है। गुस्सा एक हेल्दी इमोशन भी है। परंतु जरूरत से ज्यादा गुस्सा आना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में यह कुछ ऐसी बातें हैं जिससे आप अपने गुस्से को कंट्रोल में कर सकते हैं
जानिए अपने गुस्से को कंट्रोल कैसे करें
1. बोलने से पहले सोचे
अक्सर जब आपके साथ कुछ गलत होता है या आपको ऐसा महसूस होता है कि चीजे आपके हिसाब से नहीं हो रही तब गुस्से का अनुभव होता है। ऐसे में गुस्से के समय इंसान कुछ भी बोल देता है। उस समय इंसान का अपने जुबान पर कंट्रोल नहीं होता। ऐसे में गुस्से के समय कुछ भी बोलने से बचे और यदि बोलना अनिवार्य है तो सोच कर ही बोले। ताकि बाद में आपको किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
2. व्यायाम करें
ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी इंसान ज्यादा गुस्सा करता है। ऐसे में अपनी दिनचर्या में हमेशा व्यायाम के लिए एक निर्धारित समय निकाले। जब आपको गुस्सा आ रहा हो, उस समय आप कोई व्यायाम या फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं। जैसे कि डांस, योग या बाहर वॉक पर जाना। इससे आपका मन तुरंत शांत हो जाएगा और गुस्से पर काबू पाने में सहायक होगा।
3. मेडिटेशन करें
अपने मन को शांत करने के लिए आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं। जब भी आपको ऐसा लगे कि आपको बहुत गुस्सा आ रहा है या आप बहुत चिड़चिड़ापन महसूस कर रहे हैं, तब आप मेडिटेशन कर सकते हैं। मेडिटेशन के साथ-साथ आप कोई रिलैक्सिंग एक्टिविटी भी कर सकते हैं।
4. ह्यूमर का सहारा लें
हंसना एक बहुत अच्छी दवाई माना जाता है। जब भी आपको गुस्सा आए तब आप कोई ह्यूमर वाला शो या फिल्म देख सकते हैं। इससे आपका मन तुरंत पास्ट से निकलकर प्रेजेंट में आ जाएगा। जिससे आपका मन खुश हो जाएगा। इससे काफी हद तक गुस्से को कंट्रोल किया जा सकता है।
5. माफ़ करना सीखें
यदि कोई चीज आपके हिसाब से नहीं हुई या किसी ने आपसे अच्छा व्यवहार नहीं किया, तो खुद को एवं उस इंसान को भी माफ करना सीखें। जब तक आप अपने मन से यह बोझ नहीं उतारेंगे तब तक आपको गुस्सा आता रहेगा। जो चीज हो चुकी है उसे बदला नहीं जा सकता। आगे इसका क्या उपाय हो सकता है उस पर ध्यान दें।
6. ग्रेटिट्यूड प्रैक्टिस करें
जब भी आपको गुस्सा आए तो आप अपने मन को याद दिलाइए की आपके साथ क्या-क्या अच्छी चीजे हुई हैं। आप कौन-कौन सी चीजों के लिए शुक्रगुजार है। यह सोचने से मन शांत होगा एवं मन की पॉजिटिविटी बढ़ेगी। जिंदगी में वापस एक पॉजिटिव नजरिया आएगा। सकारात्मक दृष्टिकोण बनेगा जो कि गुस्से को शांत करने में एवं उसे पर काबू पाने में अत्यंत लाभदायक है।