AC Issues: एसी न होने पर शिकायत बंद करें, एसी के हैं बहुत नुकसान

ब्लॉग | हैल्थ | लाइफ़स्टाइल: गर्मियों में एसी की जरूरत बढ़ जाती है। एसी में एक बार बैठ जाएं तो गर्मी बर्दाश्त से बाहर हो जाती है। ऐसे में एसी की आदत से बचना जरूरी है।

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Prabha Joshi
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आज घर-घर में है एसी की उपलब्धता

AC Issues: घर हो या ऑफिस आज एयर कंडीशनर (Air Conditioner) की सुविधा हर जगह उपलब्ध है। घर-घर एसी से लैस होने के साथ-साथ पब्लिक वाहनों में भी एसी की सुविधा उपलब्ध है। पर इस तरह एसी में बैठने की आदत दिन-प्रतिदिन हमारे स्वास्थ्य को खराब कर रही है। हमारी आदतों को बिगाड़ रही है। 

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गर्मियों में एसी की जरूरत बढ़ जाती है। एसी में एक बार बैठ जाएं तो गर्मी बर्दाश्त से बाहर हो जाती है। ऐसे में एसी की आदत से बचना जरूरी है। जरूरी है एसी को कम चलाना या एसी में कम बैठना। ऐसा करने से हम अपने शरीर में एसी से पैदा होने वाली समस्याओं से राहत दिला सकते हैं।

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आखिर एसी के नुकसान क्या हैं

एसी ही नहीं पंखे का भी हमारे स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। एसी में हर समय बैठने से निम्न शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। आइए जानें :-

हो जाता है डिहाइड्रेशन

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एसी में बैठने से कमरे में प्राकृतिक हवा की कमी हो जाती है। एसी वाले रूम में मॉइस्चर कम होता है। ऐसे में एसी में बैठने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे कई शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे में जरूरी है एसी वाले रूम में पहले से किसी बड़े बर्तन या बकेट में पानी रखें। इससे कमरे में पर्याप्त नमी रहेगी। 

त्वचा हो जाती है रूखी 

एसी में बैठने से क्योंकि रूम में ह्यूमिडिटी कम हो जाती है यानि कमरे की हवा में नमी खत्म हो जाती है ऐसे में हमारी त्वचा पर इसका विपरीत असर पड़ता है। एसी में बैठने से त्वचा खुश्क हो जाती है। इससे त्वाचा संबंधी समस्याएं हो जाती हैं। 

शारीरिक समस्याओं की जड़ है एसी 

एसी वाले रूम या एसी में बैठने से शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। सबसे पहले तो ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। ब्लड प्रेशर से जुड़े मरीजों को एसी में बैठने से दिक्कते पैदा हो जाती हैं। इसके साथ ही तुरंत एसी से बाहर आने पर ठंड-गर्म हो जाता है जिससे शरीर को नुकसान पहुंचता है। शरीर उतनी तेजी से तापमान नियंत्रित नहीं कर पाता जिससे शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इसके साथ ही एसी से मानसिक समस्याएं जैसे सिर-दर्द और माइग्रेन पैदा हो जाती हैं।

रहने लगती है थकान

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एसी में बैठने से थकान और शारीरिक कमजोरी पैदा हो जाती है। गठिया से जुड़े रोगियों के लिए एसी में बैठना घातक है। जोड़ों का दर्द एसी में बैठने से बढ़ जाता है। इसके साथ ही उन लोगों को एसी में बैठने से बचना चाहिए जो मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरियों से जूझ रहे हैं। ऐसा इसलिए कि एसी में बैठना इस समस्या को और बढ़ा देता है। 

जल्दी झुर्रियां पड़ती हैं

एसी में बैठने से चेहरे पर जल्दी झुर्रियां पड़ने लग जाती हैं। हम बूढ़े दिखने शुरू हो जाते हैं। चेहरे का तेज खत्म होने लगता है और त्वचा से जुड़ी कमजोरियां पैदा हो जाती हैं। ऐसे में पानी का बर्तन एसी वाले कमरे में रखना अच्छा सुझाव है।

इस तरह जरूरी है गर्मियों में एसी का प्रयोग सावधानी से करें। एसी की आदत न बनाकर कम एसी में बैठें। वातावरण की खुली हवा हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। ऐसे में बहुत गर्मी न हो तो एसी की हवा से बचें। एसी की हवा से समय रहते बचाव न करने पर हम बुढ़ापा जल्दी मोल ले लेंगे। 

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