Types Of Mental Abuse: मेंटल एब्यूज में लोगों के दिमाग को कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। यह एक मैनिपुलेशन प्रक्रिया है जिसमें सामने वाले व्यक्ति को धमकी, गाली या अपशब्द बोले जाते हैं जिससे आपका आत्मविश्वास कम हो जाता है। इस कारण आप खुद के बारे में ही बुरा महसूस करने लग जाते हैं। इसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है और यह मानना कि आपके साथ मेंटल एब्यूज हो रहा है। इसके लिए बहुत हिम्मत चाहिए होती है। आइये जानते हैं मेंटल एब्यूज के प्रकार जो आमतौर पर हमारे साथ होते हैं लेकिन हमें पता ही नहीं चलता-
Mental Abuse: जानिए मानसिक शोषण कितने प्रकार का होता हैं?
1. Name Calling
यह एक बहुत आम प्रकार का मेंटल एब्यूज है लेकिन हम में से बहुत सारे लोगों को यह पता ही नहीं होगा कि यह मेंटल एब्यूज की एक प्रकार है। जब हमें कोई डेरोगेटरी शब्द जैसे पागल, मूर्ख, बेवकूफ, लूजर और फैलियर आदि शब्दों का इस्तेमाल करता है उसे नेम कालिंग कहा जाता है
2. Dismissiveness
यह भी एक तरह का मेंटल एब्यूज है जिसमें व्यक्ति सामने वाले की जरूरत को जरूरी नहीं समझता है उसे उनकी वैल्यू नहीं होती है यह व्यवहार आपके दिमाग पर बुरा असर डालता है आप खुद को कम महसूस करते हैं।
3. Silent Treatment
साइलेंट ट्रीटमेंट दिमाग को बहुत बुरे तरीके से प्रभावित करता है। इसमें सामने वाले व्यक्ति की मौजूदगी को ही deny कर दिया जाता है। उनकी तरफ से ऐसा किसी मोटिव होता है कि ताकि दूसरे व्यक्ति को बुरा महसूस हो। वह आपको गिल्ट में डालना चाहते हैं। इसके साथ ही आपको यह महसूस कराया जाता है कि हमारी लाइफ में आपकी कोई भी मौजूदगी या वैल्यू नहीं है।
4. Making Threats
धमकियां भी मेंटल एब्यूज का ही पार्ट है जिसमें एक व्यक्ति की तरफ से लगातार आपको ब्लैकमेल या फिर धमकियां दी जाती है। ये आपकी मानसिक सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इसमें आपको सीधा दर्द देने या कंट्रोल करने की बात की जाती है।
5. Humiliation
निरादरता व्यक्ति के सेल्फ एस्टीम या आत्मविश्वास को हिला कर रख देती है। उसमें खुद के प्रति ही हीनता की भावना आने लग जाती है। इसमें व्यक्ति को बुरा महसूस करवाया जाता है। इसके लिए ऐसे शब्दों या लाइनों का प्रयोग किया जाता है जो सीधा उनके दिमाग पर असर डालती हैं। उसके लिए एंबार्रास्मेंट का माहौल पैदा किया जाता है।
6. Blaming
ब्लेमिंग में दूसरे व्यक्ति को महसूस करवाया जाता है कि आपने यह गलती की है लेकिन यह सच नहीं होता। कई लोगों के आदत होती है कि वह खुद की गलतियों का ब्लेम भी दूसरों पर ही डालते हैं। ऐसे में आप खुद में गिल्ट फील करते हैं कि मैंने यह गलत किया। आप सोचते हैं शायद मेरी वजह से ऐसा हुआ। ऐसे लोग आपके लिए माहौल ऐसा पैदा करते हैं कि आपको लगे कि आपने गलती की है।