Why is Unlearning Important in Life : ज़िंदगी में नयी चीज़ें सीखना जितना इंपोर्टेंट है, उतना ही ज़रूरी है पुरानी चीज़ों को अनलर्न करना। जब हम कोई पुरानी आदत, सोच या आईडिया जो अब हमारे काम का ना रहा हो, उसे भूलने की कोशिश करते हैं ताकि हम पुराने से बेहतर तरीक़ा सीख़ सकें, तो उसे अनलर्न बोलते हैं। इस तरह से हम नया तरीक़ा जल्दी और आसानी से सीख पाते हैं।
क्या होती है अनलर्निंग? कैसे है यह इम्पोर्टेन्ट?
क्या है अनलर्न करना?
लर्न - पहले हम कोई आदत, सोच या फिर काम करने का एक तरीक़ा सीखते है।
अनलर्न - हमें जब वो तरीक़ा, सोच, मान्यता, रिवाज या आदत ख़राब लगे या अब उसकी ज़रूरत ना लगे तो हम उस चीज़ को भूलने की कोशिश करते हैं।
रिलर्न - हमें इस समय या अपनी ज़रूरत के हिसाब से नयी चीज़ सीखते हैं।
कैसे है यह इम्पोर्टेन्ट?
आइए जानते हैं कि अनलर्निंग हमारी ज़िंदगी में कैसे ज़रूरी है।
बदलते जमाने की ज़रूरत
मॉडर्न ज़माना बहुत तेज़ी से बदल रहा है। रोज़ नई टेक्नोलॉजी आ रही है और पुरानी चीज़ें ख़त्म हो रहीं हैं। चीज़ें जो हमने अपने स्कूल-कॉलेज में पढ़ी थीं, आज उन्मे से बहुत कुछ आउट-डेटेड ही चुका है। इसलिए हमें पुराने तरीक़े भूल कर नये तरीक़े सीखने पड़ेंगे।
होती है पर्सनल ग्रोथ
पुराने बिलीफ़्स छोड़ कर जब हम समय के साथ बदलते हैं और अपडेट होते हैं उससे हमारी पर्सनल ग्रोथ होती है। हम नये सोर्सेज़ और रिसोर्सेज़ के साथ अप-टू-डेट रहते हैं। हम पुरानी ख़राब आदतें जल्दी छोड़ नयी अच्छी आदतें सीख सकते हैं।
सीखेंगे नये आइडियाज़
जब हम अपने सोचने के पुराने तरीक़े को भूल कर अपनी सोच को नया मोड़ देंगे तो हमारे दिमाग़ में नए आइडियाज़ आयेंगे। इससे हमारी क्रिएटिविटी बढ़ेगी और हम इनोवेशन की तरफ़ बढ़ेंगे।
फ्लेक्सिबल
आप जब किसी भी ग़लत आदत या फ़ालतू आइडियाज़ को अनलर्न करना सीख जाते हैं तो हम अपनी लाइफ में किसी भी सिचुएशन को हैंडल करने के सक्षम हो जाते हैं। इससे हम अलग माहौल में भी जल्दी एडिप्टिव हो सकते हैं।
हमें हर दिन अपनी ज़िंदगी में कुछ ना कुछ नया सीखने को मिलता है, हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए। जीवन में किसी भी दिन हम ऐसा नहीं कह सकते कि अब हमें सब आता है। इसके लिए कुछ पुरानी चीज़ों को अनलर्न करना बहुत ज़रूरी है।