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Photograph: (Freepik)
How a Guided Menopause Program Helped Sarita Gupta Regain Control of Her Life: आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं सरिता गुप्ता की कहानी, जिन्होंने मेनोपॉज़ के दौर में खुद को अकेला नहीं छोड़ा। सही गाइडेंस, पर्सनल न्यूट्रिशन और लगातार सपोर्ट की मदद से उन्होंने न सिर्फ अपने लक्षणों को बेहतर ढंग से संभाला, बल्कि एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ इस बदलाव को स्वीकार किया।
मेनोपॉज के दौर में क्या आप भी खुद को अकेला महसूस करती हैं?
मेनोपॉज़ का समय किसी भी महिला के लिए सिर्फ एक जैविक बदलाव नहीं होता, बल्कि एक भावनात्मक और शारीरिक यात्रा भी होती है। इस यात्रा में हॉट फ्लैशेस, मूड स्विंग्स, थकान और मानसिक उलझनों जैसी कई चुनौतियाँ आती हैं। मैंने भी इन्हीं परेशानियों से गुज़रते हुए जाना कि सही मार्गदर्शन और पोषण कितना ज़रूरी होता है।
पर्सनल न्यूट्रिशन प्रोग्राम: मेरे लिए गेम-चेंजर
जब मैंने menopause-specific nutrition program जॉइन किया, तो शुरुआत में मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या सच में यह मेरी मदद करेगा। लेकिन जब मेरे साथ एक प्रोफेशनल न्यूट्रिशनिस्ट को जोड़ा गया, तब मुझे एहसास हुआ कि यह कोई आम डाइट चार्ट नहीं है।
वे मेरी ज़रूरतों, जीवनशैली और लक्षणों को ध्यान में रखते हुए एक ऐसा प्लान बना रहे थे जो मेरे शरीर और मन दोनों के अनुकूल हो। चाहे बात हॉट फ्लैशेस की हो, बार-बार मूड बदलने की, या फिर थकान की हर चीज़ का समाधान मेरे न्यूट्रिशन प्लान में था।
सही पोषण और गाइडेंस के साथ आसान हुआ सफर
इस प्रोग्राम की सबसे खास बात थी personalised hand-holding। मेरा न्यूट्रिशनिस्ट मेरे लिए हर हफ्ते नया प्लान बनाती थीं, रेसिपीज सजेस्ट करती थीं और यह तक बताती थीं कि कौन सा फूड कब लेना चाहिए। इसने मेरी मानसिक थकान को बहुत हद तक कम किया।
साथ ही साथ, Gytree जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स ने इसमें और सहायता की। उनके curated menopause products और plant-based supplements ने मेरी पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा किया, और मैं खुद को पहले से ज़्यादा एनर्जेटिक महसूस करने लगी।
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लगातार ट्रैकिंग और बदलते लक्षणों के अनुसार अपडेट्स
मेनोपॉज़ एक स्थिर प्रक्रिया नहीं है यह समय के साथ बदलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस प्रोग्राम में रेगुलर चेक-इन और फीडबैक शामिल थे। मेरी तबीयत, मूड या फिज़िकल स्टेट्स में बदलाव को ध्यान में रखते हुए न्यूट्रिशन प्लान को समय-समय पर अपडेट किया जाता।
इसमें न सिर्फ डाइट बल्कि सप्लीमेंट्स, हाइड्रेशन, स्लीप और एक्सरसाइज़ जैसी छोटी-छोटी लेकिन ज़रूरी चीज़ों पर भी फोकस किया जाता है।
मेनोपॉज़ को समझें, डरें नहीं
इस structured और personalized सपोर्ट ने मेरी ज़िंदगी को आसान बना दिया। अब मैं सिर्फ मेनोपॉज़ के लक्षणों से नहीं लड़ रही, बल्कि एक संतुलित और हेल्दी लाइफ जी रही हूँ।
हर महिला को यह जानने का अधिकार है कि वह इस बदलाव में अकेली नहीं है। अगर आप भी मेनोपॉज़ से गुजर रही हैं या इसके करीब हैं, तो खुद को पर्सनल न्यूट्रिशन प्रोग्राम का मौका ज़रूर दीजिए।