40 की उम्र पार कर चुकी हैं? क्या आप पेरिमेनोपॉज के बारे में जानती हैं? अगर नहीं, तो अब जान लीजिए

पेरिमेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो महिला के जीवन में परिवर्तन का संकेत देती है। इस लेख में जानें पेरिमेनोपॉज के लक्षण, उपचार, और इसे सहज तरीके से प्रबंधित करने के उपाय।

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Vaishali Garg
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Relationship between menopause and thyroid

उम्र के साथ महिलाओं के जीवन में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं। इन्हीं में से एक है पेरिमेनोपॉज, जिसे लेकर आजकल सोशल मीडिया पर चर्चा काफी हो रही है। लेकिन पेरिमेनोपॉज क्या है? क्यों आपको इसके बारे में जानना चाहिए? क्या यह 40 की उम्र से शुरू होता है? आइए, इन सभी सवालों का जवाब इस लेख में जानते हैं।

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40 की उम्र पार कर चुकी हैं? क्या आप पेरिमेनोपॉज के बारे में जानती हैं? अगर नहीं, तो अब जान लीजिए

पेरिमेनोपॉज क्या है?

पेरिमेनोपॉज वह संक्रमणकालीन अवस्था है जो महिला के जीवन में मेनोपॉज से पहले आती है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें महिला का शरीर धीरे-धीरे मासिक धर्म बंद करने की तैयारी करता है। आमतौर पर यह प्रक्रिया 40 की उम्र में शुरू होती है, लेकिन यह पहले या बाद में भी हो सकती है। यह कुछ महीनों से लेकर कई सालों तक चल सकती है।

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इस दौरान ओवरीज (अंडाशय) द्वारा एस्ट्रोजन का उत्पादन कम होने लगता है, जिससे कई शारीरिक और मानसिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इनमें मासिक धर्म में अनियमितता, हॉट फ्लैशेस, रात को पसीना आना, योनि में सूखापन, सेक्स ड्राइव में कमी, मूड स्विंग्स, चिंता और नींद में दिक्कत शामिल हैं।

पेरिमेनोपॉज के लक्षण प्रबंधन के टिप्स

1. स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें

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अगर आपको पेरिमेनोपॉज के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें। वे आपके लक्षणों की जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि ये किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या के कारण तो नहीं हो रहे। इसके अलावा, वे आपके लिए उचित उपचार या जीवनशैली में बदलाव की सलाह दे सकते हैं।

2. स्वयं की देखभाल करें

पेरिमेनोपॉज के दौरान खुद का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और पर्याप्त नींद लें। तनाव कम करने के लिए योग, मेडिटेशन या गहरी सांस लेने वाले अभ्यास करें। अपनी पसंदीदा गतिविधियों में समय बिताएं और दोस्तों व परिवार के साथ समय बिताकर भावनात्मक सहारा पाएं।

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3. हार्मोन थेरेपी पर विचार करें

हार्मोन थेरेपी (एचटी) एक ऐसा उपचार है जिसमें एस्ट्रोजन और/या प्रोजेस्टिन लिया जाता है, जिससे पेरिमेनोपॉज के लक्षणों में राहत मिलती है। एचटी कई रूपों में उपलब्ध है जैसे गोली, पैच, क्रीम या जेल। हालांकि, एचटी के फायदे और जोखिम दोनों होते हैं, इसलिए इसे शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

4. योनि सूखापन के लिए लुब्रिकेंट्स का उपयोग करें

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योनि में सूखापन पेरिमेनोपॉज का एक सामान्य लक्षण है, जो यौन गतिविधियों को असुविधाजनक बना सकता है। पानी आधारित लुब्रिकेंट्स का उपयोग सूखापन को दूर करने और यौन संबंधों को सुखद बनाने में मदद कर सकता है।

5. धैर्य रखें

पेरिमेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि यह स्थायी नहीं है। लक्षण धीरे-धीरे कम हो जाएंगे और महिलाएं मेनोपॉज में प्रवेश करेंगी। इस दौरान खुद के प्रति धैर्य रखें और एक दिन में एक कदम आगे बढ़ाएं।

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पेरिमेनोपॉज महिलाओं के उम्र बढ़ने की एक सामान्य प्रक्रिया है, जो कई प्रकार के लक्षणों को जन्म दे सकती है। हालांकि यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही जानकारी और देखभाल से इसे प्रबंधित किया जा सकता है।

अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बात करें, स्वयं की देखभाल करें, हार्मोन थेरेपी पर विचार करें, लुब्रिकेंट्स का उपयोग करें और धैर्य रखें। इस तरह, महिलाएं इस संक्रमणकालीन अवस्था को सहजता और आत्मविश्वास के साथ पार कर सकती हैं।

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