5 Risks Of Using Mobile Phone While Breastfeeding: मां बनने के बाद, स्तनपान शिशु और मां दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह न केवल शिशु को पोषण देता है, बल्कि मां और शिशु के बीच एक गहरा संबंध भी बनाता है। हालांकि, आधुनिक युग में मोबाइल फोन का इस्तेमाल आम हो गया है और कई महिलाएं स्तनपान के दौरान भी मोबाइल फोन का उपयोग करती हैं। इसके कई जोखिम हैं जिनसे अवगत होना जरूरी है।
Motherhood Tips: स्तनपान के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना करें, जानें 5 जोखिम
1. दूध की मात्रा में कमी
मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते समय मां का ध्यान फोन पर होता है, जिससे वह स्तनपान पर पूरा ध्यान नहीं दे पाती। इससे दूध की मात्रा में कमी आ सकती है क्योंकि शरीर दूध का उत्पादन तभी बढ़ाता है जब मां और शिशु दोनों शांत और केंद्रित होते हैं। यदि मां का ध्यान फोन पर होता है, तो शिशु को पर्याप्त दूध नहीं मिल पाता, जिससे उसकी भूख पूरी नहीं होती।
2. संबंध में कमी
स्तनपान के दौरान मां और शिशु के बीच आंखों का संपर्क और स्पर्श बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह शिशु को सुरक्षित और प्यार भरा महसूस कराता है। मोबाइल फोन के उपयोग से यह संबंध कमजोर हो सकता है क्योंकि मां का ध्यान शिशु की बजाय फोन पर होता है। इससे शिशु और मां के बीच का बंधन कमजोर हो सकता है, जो कि शिशु के भावनात्मक विकास के लिए जरूरी है।
3. दूध पिलाने के संकेतों में बाधा
शिशु कई संकेत देता है जब वह भूखा होता है या दूध पीना बंद करना चाहता है। मोबाइल फोन का उपयोग करते समय मां इन संकेतों को पहचानने में असमर्थ हो सकती है। इससे शिशु को पर्याप्त दूध नहीं मिल पाता और उसकी भूख पूरी नहीं होती। इसके अलावा, शिशु को असुविधा भी हो सकती है क्योंकि उसकी आवश्यकताओं को तुरंत पूरा नहीं किया जाता।
4. विकिरण का जोखिम
मोबाइल फोन से निकलने वाला विकिरण शिशु के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि विकिरण से कितना नुकसान होता है, फिर भी विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे बच्चों को विकिरण से बचाना चाहिए। स्तनपान के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से शिशु विकिरण के संपर्क में आ सकता है, जो उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
5. गलत पॉश्चर
मोबाइल फोन का उपयोग करते समय मां की पॉश्चर अक्सर सही नहीं होती। वह अपने फोन को देखने के लिए झुक जाती है, जिससे उनके गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है। यह स्तनपान के समय आरामदायक स्थिति में बैठने में भी बाधा डालता है। लगातार गलत पॉश्चर अपनाने से मां की रीढ़ और गर्दन में दीर्घकालिक समस्याएं हो सकती हैं।