Disadvantages Of Drinking Tea For Pregnant Women: चाय पीना आज कल किसे नहीं पसंद होता है। चाहे सुबह की शुरुआत हो या ढलते हुए सूरज के साथ शाम, बिना चाय के तो कुछ भी अच्छा ही नही लगता है। लोगों को चाय इतनी पसंद होती है कि वे दिन में कई-कई बार चाय पीते हैं। चाय स्ट्रेस को कम कर सकती है, कुछ लोगों के लिए यह रिलैक्स होने का बहुत ही बेहतरीन ऑप्शन है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए चाय जहर के समान होती है। महिलाएं चाय पीना काफी ज्यादा पसंद करती हैं लेकिन चाय में कैफीन पाया जाता है जो कि उनके और उनके होने वाले बच्चे के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है। आइये जानते हैं कि गर्भवती महिलाओं को चाय पीने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
जानिए गर्भवती महिलाओं को चाय से होने वाले नुकसान के बारे में
1. ज्यादा कैफीन कंटेंट
चाय, विशेष रूप से ब्लैक टी और कुछ ग्रीन टी में कैफीन होता है। गर्भावस्था के दौरान अधिक कैफीन के सेवन से गर्भपात और टाइम से पहले डिलीवरी का रिस्क जुड़ा हुआ है। आमतौर पर प्रेग्नेंट लेडीज़ के लिए यह सिफारिश की जाती है कि कैफीन का सेवन रोज 200 मिलीग्राम से ज्यादा न करें।
2. आयरन अब्जॉर्बशन
चाय में टैनिन होता है जो प्लांट बेस्ड फूड्स या आयरन सप्लीमेंट से आयरन के अब्सौरब्शन में इंटरफेयर कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी में बढ़े हुए ब्लड वॉल्यूम को बनाए रखने और आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोकने के लिए आयरन बहुत ज़रूरी है। भोजन से तुरंत पहले या बाद में चाय पीने से आयरन के अब्जॉर्बशन में बाधा उत्पन्न कर सकता है। आयरन के अब्जॉर्बशन को बढ़ाने के लिए आयरन वाले फूड्स या आयरन सप्लीमेंट से अलग चाय का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
3. हर्बल चाय के रिस्क
जबकि कुछ हर्बल चाय को गर्भावस्था के दौरान पीना सेफ माना जाता है, कुछ अलग तरह की हर्बल चाय भी हैं जिनसे पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए। जैसे कि लिकोरिस रूट, सेन्ना, या ब्लैक कोहॉश जैसे कंटेंट वाली चाय प्रेग्नेंसी पर संभावित रूप से हार्मफुल इफेक्ट डाल सकती है। आप जिस भी हर्बल चाय का सेवन करने का प्लान बना रहे हैं उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसी हेल्थ केयर प्रोफेशनल से कंसल्ट करना ज़रूरी है।
4. पेट और सीने में जलन
विशेष रूप से स्ट्रांग टी या अत्यधिक कैफीनयुक्त चाय कभी-कभी एसिड रिफ्लक्स सीने में जलन या पेट में जलन जैसी डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स का कारण बन सकती है। गर्भावस्था के दौरान ये प्रॉब्लम्स विशेष रूप से परेशान करने वाली हो सकती हैं जब शरीर के हार्मोनल चेंजेस से पहले से ही इन समस्याओं में योगदान कर सकते हैं।
5. न्यूट्रिएंट्स के अब्जॉर्बशन में इंटरफेरेंस
चाय के कुछ कंपाउंड्स, जैसे टैनिन और पॉलीफेनोल्स, फोलिक एसिड और कैल्शियम जैसे कुछ न्यूट्रिएंट्स के अब्जॉर्बशन में बाधा डाल सकते हैं। फोलिक एसिड बेबी के डेवलपमेंट के लिए इंपॉर्टेंट हैऔर कैल्शियम माँ और बच्चे दोनों की हड्डियों की हेल्थ को सपोर्ट करता है। अगर चाय का सेवन अब्जॉर्बशन को प्रभावित कर रहा है तो प्रेग्नेंट लेडीज़ को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें अन्य डाइटरी सोर्सेज या सप्लिमेंट्स से इन न्यूट्रीएंट्स की प्रॉपर मात्रा मिल रही है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।