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First Stage Pregnancy: प्रेगनेंसी के शुरूआती दौर में स्वास्थ्य देखभाल के लिए टिप्स

प्रेग्नेंसी का शुरूआती दौर बिल्कुल नाजुक होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं और इन बदलावों के कारण वे अधिक सावधानी से रहने की आवश्यकता होती है

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Kavya Gupta
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First Stage Pregnancy(FREEPIK)

(Image Source: freepik)

Early Pregnancy Care For A Healthy Baby And Expectant Mother: गर्भावस्था के प्रारंभिक महीनों में, मां और शिशु दोनों को अत्यधिक सुरक्षा और देखभाल की आवश्यकता होती है। इस दौरान मां को सही आहार, पर्याप्त आराम, और नियमित चेकअप्स की आवश्यकता होती है। साथ ही, उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और किसी भी तरह की नकारात्मक आदतों से बचना चाहिए। यह नाजुक दौर गर्भावस्था की पहली तिमाही तक होता है, क्योंकि इस समय गर्भावस्था के जोखिम काफी अधिक होते हैं। इसलिए, महिलाओं को अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार जीवन जीना चाहिए।

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प्रेगनेंसी के शुरूआती दौर में स्वास्थ्य देखभाल के टिप्स 

1. स्ट्रेस

प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में स्ट्रेस को कम रखना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था के इस दौरान, महिलाओं के शरीर में बहुत सारे भावनात्मक, शारीरिक और सामाजिक परिवर्तन होते हैं। इसके अलावा, स्ट्रेस के कारण एबॉर्शन का खतरा भी बढ़ जाता है, जो बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, स्ट्रेस को कम करने के लिए महिलाओं को अपने जीवन में संतुलित और सकारात्मक गतिविधियों को शामिल करना चाहिए। जैसे 

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  •  नियमित ध्यान और मेधाता प्राक्टिस करना।
  •  स्वस्थ आहार लेना।
  •  पर्याप्त आराम और नींद लेना।
  •  अधिक समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताना।
  •  व्यायाम और योग करना, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है।

2. फोलिक एसिड सप्लीमेंट

फोलिक एसिड एक बी-विटामिन है जो गर्भावस्था के दौरान शिशु के न्यूरल ट्यूब के सही विकास के लिए आवश्यक है। इसके नियमित सेवन से न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा कम होता है। इसलिए, प्रेग्नेंसी के प्रारंभिक दिनों में महिलाओं को अपने डॉक्टर द्वारा सिफारिश की गई फोलिक एसिड की सप्लीमेंट लेनी चाहिए। आमतौर पर, 400 माइक्रोग्राम की खुराक प्रारंभिक गर्भावस्था में लेनी चाहिए, और इसे प्रेग्नेंसी के पूरे दौरान जारी रखना चाहिए। 

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3. हेल्थी डाइट 

एक स्वस्थ आहार, मां और शिशु के लिए आवश्यक  पोषण प्रदान करता है और गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ वजन प्राप्त करने में मदद करता है। स्वस्थ आहार जैसे 

  • फल और सब्जियां- फल और सब्जियां पोषण से भरपूर होते हैं और विटामिन, मिनरल्स, और फाइबर का स्रोत होते हैं।
  • पूरे अनाज- पूरे अनाज में फाइबर, प्रोटीन, और विटामिन बी की अच्छी मात्रा होती है।
  • प्रोटीन- अंडे, दूध और दूध के उत्पाद, दालें, नट्स, और बीन्स जैसे प्रोटीन स्रोत लेना चाहिए।
  • कैल्शियम- दूध, दही, पनीर, और हरे पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं, जो हड्डियों के स्वस्थ विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
  • फोलेट- फोलिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी है, जैसे कि अंडे, लाल मांस, दालें, और हरे पत्तेदार सब्जियां।
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4. एक्सरसाइज

प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में  व्यायाम करना बहुत अच्छा होता है, परन्तु इसे केवल डॉक्टर की सलाह पर करें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और प्रसव के समय आपकी तैयारी में मदद करता है। कुछ एक्सरसाइज जैसे कि योगा और पिलेट्स आपके शरीर को मजबूत और तंदरुस्त बनाने में मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से चलना भी बहुत अच्छा व्यायाम है। आप धीरे-धीरे शुरुआत कर सकते हैं और अपने पूरे दिन के लिए एक्टिव रह सकते हैं।

5. सभी टेस्ट करवाना 

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गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में सभी आवश्यक जांचें करना महत्वपूर्ण होता है। ऐसा करने से मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य का सही संकेत मिल सकते है और किसी भी संभावित समस्या को पहचाना जा सकता है। कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट जैसे 

  • प्रेग्नेंसी की पुष्टि- यह जांच आपको प्रेग्नेंसी की पुष्टि करने में मदद करती है और गर्भावस्था के आरंभिक चरणों का पता लगाने में मदद करती है।
  • उल्टी- उल्टी का अनुभव होना सामान्य होता है, लेकिन यदि यह अत्यधिक होता है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
  • ब्लड टेस्ट- इसमें हेमोग्लोबिन, आयरन लेवल, और अन्य विटामिन और मिनरल्स का स्तर जांचा जाता है।
  • यूराइन जांच- यह जांच गर्भावस्था के दौरान किसी भी संक्रमण या अन्य समस्याओं की जांच करने के लिए की जाती है।
  • स्कैन/उल्ट्रासाउंड- यह जांच शिशु के विकास और स्थिति की जांच के लिए की जाती है।
  • कैरियोटाइपिंग- यह जांच शिशु के जीनेटिक संरचना की जांच करने के लिए की जाती है।
  • अन्य जांचें- आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार, अन्य जांचें भी की जा सकती हैं जैसे कि गर्भावस्था संबंधी समस्याओं की जांच के लिए।

6. ट्रैवलिंग

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प्रेग्नेंसी के प्रारंभिक दिनों में यात्रा करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी होता है। यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति, डिलीवरी के समय और ट्रेवल प्लान पर निर्भर करता है। यदि आपकी स्वास्थ्य अच्छी है और कोई चिंता नहीं है, तो कुछ यात्रा करने में कोई अड़चन नहीं होती है। लेकिन, कई महिलाओं को गर्भावस्था के पहले तीन महीने में उचित यात्रा से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय में गर्भावस्था के संबंधित संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी हो सकती हैं। डॉक्टर आपको आपको कंडीशन के हिसाब से यात्रा करने की सलाह देंगे, जैसे कि किसी विशेष स्थान पर यात्रा के लिए सुरक्षित समय, सही तरीके से सीटिंग, और यात्रा के दौरान आपकी देखभाल। वे आपको भी यात्रा के लिए आवश्यक दस्तावेजों और मेडिकल किट के बारे में बताएंगे।

7. प्रेग्नेंसी से जुड़ी किताबें पढ़े

प्रेग्नेंसी के समय में गर्भावस्था, मां और शिशु की देखभाल से जुड़ी किताबों को पढ़ना और देखभाल के तरीके जानना अच्छा हो सकता है। यह आपको अच्छी जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा और आपको स्वस्थ और सुरक्षित गर्भावस्था के लिए तैयार करेगा।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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