World Pulses Day 2023: आज विश्वभर में दालों का दिवस मनाया जा रहा है। भारत में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार की दालें पाई जाती हैं। मूंग, मसूर, अरहर, उरद, चना, गहत, भट्ट, मलका, मोठ, राजमा और न जानें क्या-क्या। इनमें में कई प्रकार हैं। विशेषज्ञों की मानें तो हमें अपनी डाइट में रोज़ाना दाल का सेवन करना चाहिए। ऐसा इसलिए कि दाल खाने से हमारे शरीर को पोषण मिलता है और शरीर बीमारियों से बचा रहता है।
क्या हैं दाल के फायदे हमारे शरीर पर
दालों से हमें प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स मिलते हैं। ये कई तरह से हमारे शरीर के काम आती हैं। आइए जानें दाल खाने के फ़ायदे :-
- पेट : दाल हमारे पेट के लिए बहुत उपयोगी है। दालों से मिलने वाला फ़ाइबर हमारे पेट को कई रोगों से बचाता है। रोज़ाना दालों के सही मात्रा में सेवन से पेट में क़ब्ज़ नहीं होता।
- किडनी : दालों में गहत की दाल किडनी के लिए रामबाण मानी गई है। गहत की दाल कुमाऊं में प्रसिद्ध है। इसके सेवन से किडनी की पथरी तक दूर हो जाती है। इसका रोज़ाना सेवन या उबला पानी पीने से किडनी से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं।
- बुख़ार : बुख़ार में यूं तो अन्य दाल पेट के लिए उचित नहीं हो सकती हैं। लेकिन बुख़ार में मूंग की दाल एकदम बेहतर है। इसको पेट आसानी से पचा लेता है। बुख़ार में मूंग की दाल खाने से शरीर की कमज़ोरी दूर होने के साथ बुख़ार जल्दी ठीक हो जाता है।
- ऐनर्जी : दालों में प्रोटीन की मात्रा बहुतायत में होती है। ऐसे में दालों के रोज़ाना सेवन से शरीर में कमज़ोरी नहीं होती। शरीर की ताक़त बढ़ती है।
- मस्तिष्क : चने की दाल दिमाग़ के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। भिगोए चने रोज़ाना खाने से न केवल शरीर के लिए अच्छे होते हैं बल्कि दिमाग़ की कमज़ोरी भी दूर करते हैं।
- पोषण : सब्ज़ी के साथ अरहर दाल को मिलाकर बनाने से सब्ज़ी और दाल दोनों के गुण शरीर को मिल जाते हैं। ऐसे में दोनों का साथ सेवन शरीर को पोषण देता है।
- कैंसर : दालों में फ़ाइटोकेमिकल्स के साथ-साथ कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर से लड़ते हैं। ऐसे में दालों का रोज़ाना सेवन शरीर को कैंसर के आक्रमण से बचा सकता है।
- रक्तचाप : रोज़ाना दालों का सेवन शरीर में रक्तचाप को नियंत्रित करता है। दालों के सेवन से हृदय से जुड़ी समस्याएं नहीं रहती। प्लेटलेट्स काउंट ठीक रहता है।
- ख़ून की कमी : दालों का सेवन सबसे ज़्यादा ख़ून बनाने में मदद करता है। इनके सेवन से ख़ून की कमी की शिक़ायत नहीं रहती।
इस तरह दाल हमारे शरीर में बहुत फ़ायदा करती है। हालांकी दालों का सेवन बहुत ज़्यादा मात्रा में करना कई स्थितियों में नुक़सानदेह साबित हो सकता है। रोज़ाना बदल-बदल कर दालों का सेवन करना चाहिए।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।