India G20 Nari Shakti Model: भारत का G20 नारी शक्ति मॉडल अपने प्रस्ताव से पहले काफी चर्चा में है। आपको बता दें की भारत की अध्यक्षता यह G20 महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लागू की जा रही नीतियों और उपकरणों को प्रदर्शित करने का प्रयास करता है। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि ऐसा मॉडल अन्य सभी G20 देशों द्वारा लागू किया जा सके। बता दें की पिछले साल बाली शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधान मंत्री ने कहा था कि महिलाओं की भागीदारी के बिना वैश्विक विकास हासिल करना असंभव है।
भारत G20 नारी शक्ति मॉडल क्या प्रस्तावित करता है?
आपको बता दें की भारत का G20 नारी शक्ति मॉडल सॉफ्ट लोन वाली महिला बिजनेस लीडर्स को खोजने का वादा करता है। इसका लक्ष्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसी विधाओं में महिलाओं की शिक्षा को इनकरेज करना है। यह मॉडल जमीनी स्तर पर महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करने का भी प्रस्ताव करता है। इससे न केवल भारत की अर्थव्यवस्था पर जबर्दस्त प्रभाव पड़ा है बल्कि जी20 देशों में लैंगिक असमानता भी कम हुई है। भारत का महिला उद्यमिता मंच (WEP) महिलाओं को उनकी व्यावसायिक आकांक्षाओं को पूरा करने की अनुमति देता है।
महिलाओं के विकास पर भारत के मेट्रिक्स अब तक
सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट के मुताबिक भारत ने ऐसी नीतियां बनाई हैं जिन्होंने कुछ हद तक लैंगिक असमानता की खाई को कम करने में मदद की है और इससे महिलाओं का विकास हुआ है। आपको बता दें की 2016 से 2021 तक 107,000 से अधिक महिलाओं ने अपने उद्यमशीलता उपक्रमों के लिए प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से धन प्राप्त किया है। इंडियन गवर्नमेंट ने महिला व्यवसायियों से लक्षित प्राप्ति को भी अनिवार्य कर दिया है। भारतीय कानून में ग्राम पंचायत महिलाओं, नगर निगमों, पंचायत समिति, नगर पालिकाओं और नगर निगमों के लिए एक तिहाई सीटें हैं। भारत के 21 राज्य यह सुनिश्चित करते हैं कि विधायी स्तर पर महिलाओं का कम से कम 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व हो।
भारत में वित्तीय क्षेत्रों में महिलाओं के प्रदर्शन में सुधार हो रहा है। बता दें की वित्त और बैंकिंग क्षेत्रों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 31 प्रतिशत है। भारत में मीडिया क्षेत्र का प्रतिनिधित्व 30 प्रतिशत महिलाओं द्वारा किया जाता है। परामर्श क्षेत्रों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 45 प्रतिशत और आईटी क्षेत्रों में 36 प्रतिशत तक है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) में 20 प्रतिशत से अधिक महिलाएं शामिल हैं और संख्या बढ़कर 12 मिलियन होने की उम्मीद है। आपको बता दें की भारत के कृषि व्यवसाय में आज अन्य G20 देशों की तुलना में महिलाओं की अधिक भागीदारी देखी जाती है। भारत महिला विकास से महिला नेतृत्व विकास की दिशा में नीतिगत पहल कर रहा है।