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Dowry: दहेज़ न देने पर महिला को कुंए में लटकाया, देखें शख्स की हैवानियत

घटना मध्य प्रदेश की है यहाँ पर पुलिस ने दहेज की मांग को लेकर अपनी पत्नी को कुएं में लटकाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है । यह भयावह घटना 20 अगस्त को हुई यहाँ व्यक्ति ने अपनी पत्नी को कुएं में लटका दिया ।

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Rajveer Kaur
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women hanged

Dowery System:- मध्यप्रदश में फिर एक ऐसी घटना सामने आए जिसने फिर समाज पर सवाल खड़े कर दिए।  इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर  औरते आज भी सुरक्षित नहीं है और उन पर जुर्म की घटनाएँ अभी भी जारी है। घटना मध्य प्रदेश की है यहाँ पर पुलिस ने दहेज की मांग को लेकर अपनी पत्नी को कुएं में लटकाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है । यह भयावह घटना 20 अगस्त को हुई यहाँ  राकेश कीर नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी उषा को कुएं में लटका दिया और उसका वीडियो बना लिया। उसने  दहेज की मांग करते हुए वीडियो उसके परिवार को भेज दिया।

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वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पीड़ित महिला कुएं में गहराई तक जाकर हाथ में बंधी रस्सी से लटकी हुई है, जबकि आदमी इस अमानवीय कार्य का वीडियो बना रहा है।  महिला के परिवार ने तुरंत गांव के कुछ लोगों से संपर्क किया और उनसे अपनी बेटी को बचाने का अनुरोध किया

क्या कहते है आंकड़े?

दहेज को अवैध माने जाने के बावजूद, सरकारी रिपोर्टों के अनुसार  2017 और 2021 के बीच हमारे देश में दहेज से संबंधित उत्पीड़न के परिणामस्वरूप हर दिन लगभग 20 महिलाओं की मौत हो गई। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से पता चला कि 2017 और 2021 के बीच 55,493 दहेज हत्याएं दर्ज की गईं।  उत्तर प्रदेश 11,874 दहेज हत्याओं के साथ सबसे अधिक संख्या थी, इसके बाद बिहार में 5,354, मध्य प्रदेश में 2,859, पश्चिम बंगाल में 2,389 और राजस्थान में 2,244 थे।

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दहेज निषेध अधिनियम 1961

दहेज़ के मामलों की संख्या बेहद चिंताजनक है, इन मामलों को देखते हुए दहेज निषेध अधिनियम 1961 से लागू किया गया था लेकिन  40 साल बाद, यह संख्या बेहद चिंताजनक है। हमारे देश में दहेज प्रथा अभी भी क्यों कायम है? दुर्भाग्य से, दहेज को अपराध मानने वाले कानूनों के बावजूद, यह दुल्हन के परिवार और दूल्हे के परिवार दोनों के लिए गर्व की बात है।

आज, दहेज को "उपहार" के रूप में छिपाया जाता है, लेकिन कुछ मामलों में, यह उत्पीड़न का शुरुआती बिंदु बन जाता है। प्रिय माता-पिता, एक बार जब आप देना शुरू कर देंगे, तो इसमें कोई वापस आने का रास्ता नहीं है।  उनकी डिमांड बढ़ती ही जाएंगी। यह आप अपनी बेटी के लिए उत्पीड़न का रास्ता बना रहे हो। 

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हमें इस बात से डरने की कोई जरुरत कि अगर हम दहेज़ देंगे तो तभी हमारी बेटी की शादी होंगी। आप यह शादी नहीं अपने बच्चो का सौदा कर रहे हो  इसलिए आप इस बात पर ना कहना सीखें।  यह आपके लिए अच्छा होगा। इससे आप बहुत बढे अपराध को होने से बचा सकते है। 

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