5 Toxic Things Indian Parents Do With Their Daughters: ऐसा माना जाता है कि बच्चों के लिए उनके माता-पिता ही सब कुछ होते हैं वे जो कुछ भी करते हैं अपने बच्चों की भलाई के लिए ही करते हैं और अपना बेस्ट देते हैं। लेकिन कुछ भारतीय परिवारों में आज भी ऐसा होता है कि माता-पिता खुद अपने बच्चों में भेदभाव करने लगते हैं वे बेटियों को पालने में कुछ ऐसी चीजें करते हैं जो उनकी बेटियों के लिए टॉक्सिक साबित होती हैं। लेकिन ऐसा सबके बारे में नही कहा जा सकता है यह कुछ परम्पराओं, सांस्कृतिक धारणाओं, मान्यताओं और सामाजिक दबावों के कारण हो सकता है। लेकिन बेटियों के प्रति पेरेंट्स का ऐसा व्यवहार बेटियों के लिए हानिकारक होता है। जानिए कौन सी टॉक्सिक चीजें पेरेंट्स बेटियों के साथ करते हैं।
जानिए कौन सी 5 टॉक्सिक चीजें पेरेंट्स अपनी बेटियों के साथ करते हैं
1. जबरदस्ती जल्दी शादी करा देना
हमारे देश में कुछ माता-पिता अपनी बेटियों को शादियां उनकी इच्छाओं को देखे और जाने बिना और आकांक्षाओं को इग्नोर करते हुए और उनकी पर्सनल ग्रोथ की जगह पर सोसाइटी अपेक्षाओं को प्रायोरिटी देते हैं और बहुत कम उम्र में शादी करने के लिए उन पर प्रेशर बनाते हैं।
2. शिक्षा और करियर चॉइसेस को प्रतिबंधित करना
हमारे देश में शिक्षा के अभाव के कारण कुछ माता-पिता लड़कियों को हायर एजुकेशन प्राप्त नहीं करने देते हैं या फिर अपनी बेटियों के लिए कुछ कैरियर्स को चुनने की परमिशन नहीं देते हैं क्योंकि उनका यह मानना है कि उन्हें लाइफ में आगे चलकर शादी करनी है और किसी की देखभाल करनी है या फिर घर के काम करने हैं। सिर्फ यही उनकी प्रायोरिटी होनी चाहिए।
3. बॉडी शेमिंग और दिखावे का जुनून
कुछ माता-पिता अपनी बेटियों की शारीरिक बनावट, वजन या लुक्स को क्रिटिसाइज करते हैं, जिससे बॉडी इमेज रिलेटेड इशूज हो सकते हैं और उनके सेल्फ रिस्पेक्ट पर निगेटिव इंपैक्ट पड़ सकता है।
4. मेंटल हेल्थ को नजरअंदाज करना
कुछ भारतीय परिवारों में मेंटल हेल्थ को अक्सर कलंकित या बुरा माना जाता है। इसलिए कुछ माता-पिता अपनी बेटियों के इमोशनल स्ट्रगल को नज़रअंदाज़ करते हैं या मना कर सकते हैं जिससे एंजाइटी, डिप्रेशन या दूसरी मेंटल हेल्थ इशूज हो सकती हैं।
5. पीड़िता को ब्लेम करना और कल्चरल टैबूस्
हैरेसमेंट या असॉल्ट के केसेस में कुछ माता-पिता अपनी बेटियों को सपोर्ट करने की जगह पर सोशल जजमेंट्स के डर से और पारिवारिक सम्मान को बनाए रखने के लिए इन सब इंसीडेंट्स के लिए अपनी बेटियों को ही ब्लेम करते हैं जो कि बिल्कुल भी सही नहीं होता है और इसका बुरा प्रभाव सीधा उनकी लाइफ पर पड़ता है।