Sexual Frustration: सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का सामना हर व्यक्ति लाइफ में कभी न कभी करता ही है। इसका प्रभाव व्यक्ति की पर्सनल लाइफ और रिश्ते पर भी पड़ता है। दरअसल सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का अनुभव व्यक्ति तब करता है जब वह अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट नही हो पाता है। सेक्स एक नेचुरल प्रोसेस है लेकिन हर व्यक्ति की अपनी एक इच्छा होती है और यदि उसे वह नहीं मिलता है तो वह व्यक्ति सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का शिकार हो जाता है। यह अनुभव ज्यादातर लोगों को तब अनुभव होता है जब उन्हें उनकी उम्मीद के हिसाब से सेक्सुअल प्लेजर नहीं मिलता है। सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन के कारण इंसान को चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस, सैडनेस और नींद में समस्या होने लगती है। माना जाता है कि सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का शिकार मेल पार्टनर्स ज्यादा होते हैं लेकिन महिलाओं को भी सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन की समस्या होती है। आइये जानते हैं सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन होने के 5 कारणों के बारे में।
सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन के ये हैं 5 कारण
1. फिजिकल इंटीमेसी की कमी
सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का सबसे बड़ा कारण है रिश्ते में सेक्सुअल इंटीमेसी की कमी या सेक्सुअल एक्टिविटीज में लगातार पार्टनर्स का कम इंटरेस्ट लेना। सेक्सुअल इंटीमेसी में कमी प्रमुख रूप से पार्टनर्स के बीच सेक्सुअल डिजायर में बदलाव, तनाव, बिजी लाइफ स्टाइल या अनसुलझे झगड़ों के कारण हो सकती है।
2. कम्युनिकेशन इस्यूज
सेक्सुअल नीड्स, डिजायर्स और बाउंड्रीज के बारे में पुअर कम्युनिकेशन होना सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन का एक प्रमुख कारण हो सकता है। जब पार्टनर अपनी सेक्सुअल नीड्स पर खुलकर बात करने में असमर्थ होते हैं या अपनी जरूरतों को व्यक्त करने में असहज महसूस करते हैं तो इसका परिणाम असंतोष और स्ट्रेस होता है।
3. परफॉर्मेंस की चिंता
परफॉर्मेंस की चिंता पुरुषों और महिलाओं दोनों पर इफेक्ट कर सकती है और यह पार्टनर को संतुष्ट न करने के डर, बॉडी इमेज के बारे में चिंता या सेक्सुअल परफॉर्मेंस के बारे में चिंता से पैदा हो सकती है। यह चिंता किसी व्यक्ति की आराम करने और सेक्स का पूरा आनंद लेने की क्षमता में बाधा डाल सकती है।
4. मिसमैच्ड सेक्सुअल डिज़ायर्स
जब दोनों पार्टनर्स की सेक्सुअल डिज़ायर्स का लेवल एक दूसरे से ज्यादा ही अलग होता है तो यह रिश्ते में निराशा और स्ट्रेस को जन्म देता है। हाई सेक्सुअल डिजायर वाला पार्टनर रिजेक्टेड या इनकम्पलीट महसूस कर सकता है जबकि लो सेक्सुअल डिजायर वाला पार्टनर दबावग्रस्त या अपर्याप्त महसूस कर सकता है।
5. अनसुलझे इमोशनल मुद्दे
इमोशनल फैक्टर्स जैसे- पास्ट प्रॉब्लम्स, अनसुलझी बातें या ट्रस्ट इस्यूज किसी व्यक्ति की संतोषजनक सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाने की क्षमता पर प्रभाव डाल सकते हैं। इमोशनल प्रॉब्लम्स किसी भी महिला या पुरुष को अपने पार्टनर के साथ पूरी तरह से कनेक्ट होने और एक अच्छे सेक्स को एक्सपीरियंस करने से रोक सकती हैं।