Do Women Need A Man To Be Complete? क्या एक महिला तब ही कंप्लीट होती है जब वह पुरुष के साथ होती है? यह बात सुनने में जितनी भी बेबुनियाद लगती है, असल जिंदगी में भी उतनी ही है। हम इस दुनिया अकेले पैदा होते हैं लेकिन जब समाज में एक औरत बड़ी होने लगती है तब सब यह कहने लग जाते हैं अब इसकी शादी कर देनी चाहिए क्योंकि बिना मर्द के जिंदगी निकालना एक औरत के लिए आसान नहीं है। अगर एक औरत का डाइवोर्स हो जाए तब भी उसे यही कहा जाता है कि अब इसकी जिंदगी कुछ नहीं बचा है। अगर वह विधवा हो गई है तब भी उसकी जिंदगी का कोई अर्थ नहीं रह जाता है और में उसे बिल्कुल ही बेरंग रहने के लिए कहा जाता है।
क्या महिला को पूरा होने के लिए पुरष की जरूरत है?
क्या महिला की सभी खुशियां पुरुषों से हैं?
यह बात कभी कोई पुरुष को नहीं बोलता है कि तुम्हारी जिंदगी तब ही पूरी होगी जब तुम्हारी जिंदगी में कोई औरत आएगी लेकिन महिलाओं को ऐसा शुरू से ही यह बोला जाता है उन्हें सहारे के लिए कभी पिता, भाई और बाद में पति की जरूरत पड़ती है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। हम उन्हें निर्भर बनाते हैं तभी उन्हें जरूरत पड़ती है। अगर हम एक महिला की परवरिश ही ऐसे करें और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं तब किसी महिला को पूरा होने के लिए किसी पुरुष की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम लोग महिलाओं को दबाकर और कंट्रोल में रखना चाहते हैं ताकि वे हमारी किसी गलत बात पर सवाल ना उठा सकें। इसलिए हम उन्हें निर्भर बनाकर रखते हैं और पुरुषों का इस समाज में राज चलता है।
आज के समय में औरत चांद पर भी जा सकती है, गाड़ी चला सकती है और प्लेन भी उड़ा सकती है। इसके साथ ही अपने फाइनेंशियल डिसीजन भी ले सकती है, अपने इमोशंस को भी हैंडल कर सकती है, अपने लिए खाना भी बना सकती हैं और अपने लिए पैसा कमा भी सकती है तो यह सिर्फ एक भ्रम है।
एक महिला को पुरुष का जिंदगी में साथ चाहिए हो सकता है लेकिन एक पुरुष के आने से उसकी जिंदगी पूरी हो गई है तब आप हैं। अगर महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है तो उसे पुरुषों को क्यों खतरा हो रहा है? क्या पुरुषों की सभी मर्दानगी महिलाओं के निर्भरता होने पर टिकी हुई है?