Girls Should Stop Judging Yourself: लड़कियों का जीवन बिल्कुल भी आसान नहीं होता है इस पितृसत्तात्मक समाज में हर एक बंधन महिलाओं के लिए हैं। हर लड़की में सब कुछ करने की पावर होती है कि वो सब कुछ कर सकती है लेकिन यह समाज उस पावर को चैनलाइज नहीं होने देता है। इस कारण औरतों को कभी अपनी पावर का एहसास नहीं होता है। हमने औरतों को सिर्फ खाना बनाना, मां-बाप की सेवा करना, शादी करना, बच्चे पैदा करना और परिवार की इज्जत को बचा कर रखने के बोझ नीचे दबा दिया है जिस कारण वो कुछ भी करने से पहले से खुद को जज कर लेती हैं और अपने आप को मर्जी का करने से रोक लेती हैं। क्या यह सही है? चलिए इस पर बात करते हैं-
दूसरों से पहले खुद को जज करना बंद करें लड़कियां
जज करने की आदत को अगर आप छोड़ना भी चाहते हैं तो यह तब भी नहीं छुटती है। आप न चाहते हुए भी इसे करेंगे। सबसे पहले औरतों को यह समझना होगा कि समाज के पास कुछ काम नहीं है। वह आपको जज करेगा चाहे कपड़े छोटे है या पूरे ढके हुए, आपने सिर ढका हुआ या नहीं, ट्रेडिशनल कपड़े पहने हैं या वेस्टर्न लेकिन जज आपको हर एक चीज के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही आपके लेबल भी किया जाएगा कि आप अच्छे हैं या बुरे हैं या आपका चरित्र कैसा है। अब आपको पहले से ही लोग इतना ज्यादा जज और कमेंट कर रहे हैं तो ऐसे में आपको क्या जरूरत है कि आप भी उन लोगों में शामिल होकर खुद को नीचा दिखाएं और खुद के बारे में बुरा सोचें।
इसलिए सबसे पहले आपको खुद को स्वीकार करना होगा कि मैं जैसी हूं वैसी अच्छी हूं। आपको किसी को प्रूफ करने की जरूरत नहीं है। खुद को छोड़कर दूसरों के स्टैंडर्ड पर आपको सिर्फ इसलिए नहीं चलना है ताकि आप उनके हिसाब से सही साबित हो सके। अगर समाज को आपके बनाए हुए रूल्स अच्छे नहीं लग रहे हैं तो यह उनकी समस्या है। आप क्यों इतना बोझ ले रही हैं? हमने इस बात को बहुत ज्यादा सामान्य कर दिया है कि हम जब अपनी लाइफ को अपने तरीके से नहीं जीते हैं तो हमें नॉर्मल लगता है जो कि बहुत गलत है। अगर सही नजरिए से देखें तो अपने तरीके से लाइफ को जीना नॉर्मल बात है।
ज्यादातर लड़कियों के साथ ऐसा होता है कि जब वह अपने लिए जीना शुरु करती हैं तो उनके मन में सवाल उठने शुरू हो जाते हैं। वे खुद पर सेल्फ डाउट करना शुरू कर देती हैं। क्या मैं सही कर रही हूं? क्या मैं सेल्फिश तो नहीं? क्या मैं एक अच्छी पत्नी, बेटी, बहू या मां हूं? क्या मुझे ऐसा करना चाहिए? हमें इन सब से निकलकर अपनी मेंटल और फिजिकल वेलबीइंग के ऊपर ध्यान देना होगा। आप अपनी मनपसंद चीज करें। अगली बार जब भी आप खुद को जज करने की कोशिश करें या फिर खुद पर डाउट करें तो एक बात जरूर याद रखें कि आप जो अपने बारे में सोचते हैं या जो करना चाहते हैं, वह बिल्कुल सही है। इसके लिए आपको किसी की वैलिडेशन की जरूरत नहीं है।