Importance Of Normalising Periods: पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को काफी तकलीफों से भी गुजरना पड़ता है। मगर इस नॉर्मल प्रक्रिया को अक्सर छुपाया जाता है। पीरियड के बारे में बात करने से हर कोई बचता है। इसका कोई खास रीज़न नहीं है पर इस बात को लोग शर्मनाक तरीके से लेते हैं। महिलाएं भी अपनी बातें शेयर करने से हमेशा पीछे हटती हैं जबकि यह काफी ज्यादा नॉर्मल होना चाहिए। आइये जानते हैं कि घर में पीरियड को नॉर्मलाइज करना क्यों जरूरी है?
घर में पीरियड्स को नॉर्मलाइज करना क्यों जरूरी है?
1. इक्वालिटी
पीरियड नॉर्मलाइज करना काफी ज्यादा आवश्यक है। जिससे कि समाज में इक्वलिटी होती है और लोगों को समझ में आता है कि यह महिलाओं की कमजोरी नहीं ताकत है। इस जानकारी से किसी को भी अनछुआ नहीं रखना चाहिए।
2. सपोर्ट
पीरियड्स के बारे में जानकारी होने से महिलाओं को सपोर्ट भी मिलता है। जरूरत होने पर मदद भी मिल सकती है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मेंटल सपोर्ट की काफी ज्यादा आवश्यकता होती है। सही जानकारी होने पर महिलाओं को भी सही सपोर्ट मिलता है।
3. मिथकों को तोड़ने में मदद करता है
मिथकों को तोड़ने के लिए पीरियड की जानकारी होना बहुत जरूरी है। अक्सर घरों में देखा जाता है की दादी-नानी कई सारे मिथकों को मानती हैं, जिनको तोड़ने के लिए जागरुकता और पीरियड को नॉर्मलाइज करना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है।
4. सही जानकारी मिलती है
पीरियड के नॉर्मलाइज करना बहुत जरूरी है जिसके कारण सही जानकारी का पता चलता है। कई घरों में महिलाएं पीरियड के समय पैड की जगह कपड़े का इस्तेमाल करती हैं जो की काफी ज्यादा हानिकारक होता है। उन तक सही जानकारी पहुंचना बहुत आवश्यक है।
5. जागरूकता
बीमारियों को खत्म करने के लिए भी पीरियड को नॉर्मलाइज करना बहुत जरूरी है। कई जगहों पर अभी भी पीरियड को गलत और बुरा माना जाता है और ऐसा भी कहा जाता है कि महिलाओं को इस समय में घर से बाहर रहना चाहिए। इन मिथकों को तोड़ने के लिए भी जागरूकता बहुत जरूरी है।