Self Care: आंसू नहीं हैं महिलाओं की वीकनेस की निशानी

जब भी हम मेंटली या फिजिकली हर्ट होते हैं तो आँसू आना एक नार्मल सी बात है, लेकिन फिर भी औरतों के रोने को आज तक नॉरमलाइज़ नहीं किया गया। आज भी यह समझा जाता है क्योंकि औरतें कमज़ोर होतीं हैं इसलिए वे जल्दी से रो देतीं हैं।

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Mandie Panesar
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It is OK to cry (Image Credit: 1Africa)

It’s OK To Cry :जब भी हम मेंटली या फिजिकली हर्ट होते हैं तो आँसू आना एक नार्मल सी बात है, लेकिन फिर भी औरतों के रोने को आज तक नॉरमलाइज़ नहीं किया गया। आज भी यह समझा जाता है कि औरतें कमज़ोर होतीं हैं इसलिए वे जल्दी से रो देतीं हैं। 

टियर्स नहीं हैं महिलाओं की वीकनेस की निशानी

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यहसमझनाज़रूरीहैकिरोनाइंसानकेइमोशन्सकोव्यक्तकरनेकाएकतरीक़ाहैऔरइसकामैंटलीस्ट्रॉन्गयाफिरवीकहोनेसे कोईलेना-देनानहींहै। आइएआजजानतेहैंकिरोनेकेक्या-क्याफ़ायदेहोसकतेहैं।

1. ख़ुदकोशांतकरना

जबभीकभीआपकिसीचीज़परफ्रस्ट्रेटेडफीलकरेंयाफिर चिड़चिड़ामहसूसकरेंतोएककोनेमेंजाकररोलेंतोआप कुछ देर बाद बहुतहीशांत औरहल्कासामहसूसकरपाएँगीं।इससेआपकोबेचारीफीलकरनेकीकोईज़रूरतनहींहै।कुछदेरबादआपको लगेगाकिमैंस्ट्रॉंगहूँ, मैंयहकरसकतीहूँ।

2. आपकेमूडकोअच्छाकरताहै

कईबारआपका mood अच्छाहोतोऐसालगताहैकिइसदुनियासेकहींदूरचलेजायें।उसवक़्तआपअगरकोईसैड मूवीदेखें याफिरसैडसॉंगसुनलेंजिससेआपकेआँसूनिकलसकेंतोआप दिलोदिमाग़ को तरोताज़ा पाएँगीं।

3. दर्द कोकमकरताहै

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यह एकनेचुरलसाइमोशनहैकिजबभीहमेंकोईशारीरिकचोटलगतीहैतोहमरोदेतेहैंऔरउसीसेहमेंदर्दमेंबहुतराहतलगतीहै।इसीतरहजबहमेंमेंटलीहर्टहोतबभीआँसूबहा लेनेसेदिलकेदर्दमेंभीआराममिलेगा।

4. इमोशनलबैलेंसकोरिस्टोरकरताहै

हमसिर्फ़दुखीहोनेपरहीनहीं, बल्किडर, चिंतायाखुशहोनेपरभीतोपड़तेहैं।कईबारहमारेइमोशनलइक्विलीब्रियमकोबनाये रखनेकेलिएभीरोनाज़रूरीहोजाताहै।

5. नींदअच्छीआतीहै

जबहमअपनेआँसुओंकोरोकनेकीकोशिशकरतेहैंक्योंकिकोईहमेंकमज़ोरसमझेगातोहमें इन्सोमैनियाभीहोसकताहै।ऐसी हालतसेबचनेकेलिएअच्छाहैकिरोकरआपअपनेमनकाग़ुबारनिकाललेंऔरअच्छीसीनींदलें।

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यादरखेंकिहरचीज़किएकलिमिटहोतीहै, अगरआपकोरोनाएक्सट्रीमलेवलपरज़रूरीलगेतोमेंटलहेल्पलेनाज़रूरीहै।लेकिन यहकिसीभीजेंडरसेजुड़ाहुआयाफिरइमोशनलकमज़ोरीकीनिशानीनहींहै।

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