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Should Women Be Ashamed For Second Marriage
Second Marriage: भारतीय समाज में दूसरी शादी को बहुत बढ़ा माना जाता है। बहुत कम महिलाएँ होती हैं जो ऐसा कदम उठाती है नहीं तो बहुत सारी महिलाएँ टॉक्सिक रिश्ते में सारी उमर गुज़ार देती हैं। कई बार किसी महिला के पति की मौत भी हो जाए तब भी वह महिला मन में चाहे हो दूसरी शादी का लेकिन समाज के डर से नहीं कर पाती। दूसरा रिलेशनशिप या शादी में बिल्कुल बुराई नहीं है। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि अगर आप किसे बुरे रिश्ते के बाद नई शुरुआत करना चाहते हैं तो यह सेल्फ़िश होना है इसमें कोई गिल्ट की बात नहीं है।आज के इस ब्लॉग में हम बात करेंगे दूसरी शादी की और बताएँगे क्यों दूसरी शादी कर लेनी चाहिए
महिलाओं को दूसरी शादी के लिए शर्मिंदा होना चाहिए?
नई ज़िंदगी की शुरुआत
दूसरी शादी से महिला एक नई ज़िंदगी की शुरुआत कर सकती है। कई बार हमारा पहला रिलेशन इतना स्ट्रोंग नहीं होता या फिर टाक्सिक होता है। वहाँ पर दूसरी शादी आपको पुरानी यादों को भुलाकर एक नई ज़िंदगी की शुरुआत का मौक़ा दे सकती है। इससे आप अपने रिश्ते को एक नए ऐंगल दे सकते हैं। यह रिश्ता आपकी ज़िंदगी को नया मौक़ा दे सकता है।
शारीरिक और मानसिक सहयोग
बेशक एक महिला इतनी काबिल है कि वो अकेले जिंदगी गुजार सके पर अगर उसे महसूस हो कि शारीरिक जरूरत पूरा करने के लिए उसे एक पार्टनर चाहिये तो दूसरी शादी एक बढ़िया विकल्प है। एक पार्टनर के साथ एक घर में रह कर सेक्स लाइफ का आनंद लेना हर औरत का अधिकार है चाहे वो विधवा ही क्यों न हो। दूसरी तरफ मानसिक परेशानियों जैसे स्ट्रेस जैसी प्रॉब्लम्स का सामना करने में एक पार्टनर बहुत मददगार रहता है। इसके साथ महिला अपने दिल के भाव भी अपने पार्टनर के साथ व्यक्त कर सकती है।
बच्चों के लिए सहयोग
एक बच्चे के लिए माँ के साथ साथ पिता का प्यार भी ज़रूरी होता है. पिता को खो जाने का दर्द, समाज के ताने इत्यादि का सामना करना बच्चों के लिए बहुत मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में दूसरी शादी से आप अपने बच्चे को दोबारा एक पिता का प्यार दे सकते हैं। हालांकि पार्टनर चुनते समय ध्यान रखें के वो आपके साथ-साथ आपके बच्चे को भी सच्चे दिल से अपनाये।