Embarrassing Comments: हमारे समाज में महिलाओं को इक्वालिटी और फ्रीडम तो दी है लेकिन यह भी उन्हे पूरे तरीके से नहीं दी गईं है। सोसायटी के बहुत से लोगों ने अपनी सोच में बदलाव किया है लेकिन कुछ लोगों की सोच महिलाओं को लेकर वही छोटी है और वही पुराने समय में अटकी हुई है वो आज भी महिलाओं को आगे बढ़ता नही देख सकते हैं और वो महिलाओं की उड़ान को रोक देना चाहते हैं। कुछ लोग महिलाओं को आज भी कई तरह की बातों के लिए उन्हें शर्मिंदगी फील करवाते हैं। तो आइये जानते हैं कुछ ऐसी बातें जिससे कि लड़कियों और महिलाओं को लोग शर्मिंदगी महसूस करवाते हैं।
क्या क्या हैं वो बातें जो महिलाओं को सुननी पड़ती हैं
1. बॉडी हेयर
कुछ लोग महिलाओं को उनके बॉडी हेयर के लिए अक्सर टोक देते हैं और उन्हें अपने बॉडी हेयर के लिए शर्मिंदा फील करवाते हैं और कहते हैं कि तुम तो लड़की को तुम्हारे शरीर पर इतने बाल नहीं होने चाहिए क्योंकि लड़कियों के शरीर पर इतने बाल अच्छे नहीं लगते हैं ऐसी बातें सुनकर महिलाएं खुद के बॉडी हेयर को लेकर इनसिक्योर फील करने लग जाती हैं।
2. स्किन कलर
अगर लड़कियों या महिलाओं का रंग थोड़ा सा भी दबा होता है तो लोग उन्हें इस बात के ताने मारते हैं कि तुम्हारा रंग इतना दबा है तुम्हारी शादी होने में दिक्कत होगी और तुम्हें कोई भी पसंद नही करेगा और उन्हें यह भी कहा जाता है कि अपने स्किन कलर को वो साफ करें और कुछ उपाय करें क्योंकि लड़कियों को इतना दबा रंग नही होना चाहिए। यह सारी बातें महिलाओं को खुद के स्किन कलर को लेकर इनसिक्योर फील करवाती हैं।
3. टॉक्सिक शादी से डाइवोर्स
अगर कोई महिला अपने टॉक्सिक शादीशुदा जीवन से बाहर आकर अपने टॉक्सिक पार्टनर को डाइवोर्स देना चाहती है तो इस बात को भी लेकर समाज वाले एक औरत को शर्मिंदगी फील करवाते हैं वो कहते हैं कि जरूर तुम में ही कोई कमी होगी इसीलिए तुम्हारा पति तुम्हारे साथ खुश और सुखी नही है।
4. बच्चे की प्लानिंग न हो तो
अगर कोई महिला ने बच्चों को लेकर कोई प्लानिंग नही की हो और वो बच्चे नहीं चाहती हो तो इसके लिए भी समाज के लोग उनकी निंदा कर उन्हे शर्मिंदा फील करवाते हैं कि वो कैसी औरत है कि उसे बच्चे नहीं चाहिए जरूर उसी में कोई कमी होगी जो उसे बच्चे नही चाहिए।
5. पीरियड्स
पीरियड्स को भी लेकर समाज महिलाओं को बहुत ही शर्मिंदा फील करवाता आया है। पीरियड्स के दौरान कई लोग महिलाओं को अपवित्र मानते हैं और पीरियड्स के लिए भी समाज उन्हे कई तरह की बातें सुनाता है।