Ab Soch Badlo Yaar: हमारे समाज में लड़का और लड़की के रिश्ते को हमेशा एक ही नज़र से देखा जाता आ रहा है। यह बात तो मूवीज में भी दिखाई जाती है कि एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते। कुछ लोग तो यह भी कह देते हैं कि 'आग के पास घी तो पिघलेगा ही।' अब सवाल यह है कि यह बातें कहाँ तक सच हैं। आज हमारे बच्चे को-एजुकेशनल स्कूल और कॉलेजेस में पढ़ने जाते हैं। यहाँ तक तो किसी को प्रॉब्लम नहीं होती। जैसे ही कोई लड़का किसी लड़की का दोस्त बनता है, उनके रिश्ते के कई नाम लोगों द्वारा ही रख दिए जाते हैं। दोस्त लड़का और लड़की में से कोई एक मिलता है तो कुछ लोग उन्हें चिढ़ाने या हल्के-हल्के ताने देने से कतराते नहीं। कुछ लोग तो उनकी दोस्ती को सीरियस रिलेशनशिप ही समझ बैठते हैं।
आखिर क्यों लड़का और लड़की सिर्फ दोस्त नहीं हो सकते?
(Why Can't Boy And Girl Just Be Friends?)
आइए बात करते हैं कुछ ऐसे कारणों की जिसकी वजह से एक लड़का और एक लड़की की दोस्ती को हमेशा शक की नज़र से देखा जाता है।
हमारे बॉलीवुड और डेली सोप सीरियल्स में अक्सर यह लाइन बोली जाती है कि 'लड़का और लड़की कभी सिर्फ दोस्त नहीं बन सकते'। इसकी वजह से घर के बड़े लोगों की सोच यही बन जाती है और जब वे एक लड़का लड़की को अच्छी दोस्ती में देखते हैं तो वे इस बात को पचा नहीं पाते कि वे सिर्फ दोस्त हैं। उन्हें 'सिर्फ दोस्त' वाला कांसेप्ट समझ में नहीं आता और वे अपने बच्चों को सेम जेंडर वाले फ्रेंड्स बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
एक हमारे समाज में सदियों से यह सोच चलती आ रही है कि अगर एक लड़की का दोस्त लड़का या लड़के होंगे तो उसका करैक्टर अच्छा नहीं है और आगे चल कर कोई लड़का उससे शादी नहीं करेगा। इसलिए लड़कियों पर ज़ोर डाला जाता है कि वे सिर्फ लड़कियों कि दोस्त बनें और उन्हीं के साथ घूमें और अपनी बातें शेयर करें।
इसके इलावा एक कारण यह भी है कि आये दिन हमें अखबार और न्यूज़ में कई ऐसी खबरें सुनने और पढ़ने को मिलती हैं जिनसे सब का दिल दहल जाता है। हम अपने आस-पास भी कई बार ऐसी वारदातों के बारे में सुनते रहते हैं। इसी के चक्कर में अगर कोई सच्चे दोस्त भी होंगे तो लोग उसे भी गलत ही समझते हैं और अपनी सोच को बदल नहीं पाते।
Ab Soch Badlo Yaar
लेकिन अब समय आ गया है कि हम इस सब के चलते अपनी सोच को बदल लें। क्योंकि ज़माना बहुत आगे निकल चुका है और अगर हम लड़का-लड़की के चक्कर में फंसे रहेंगे तो बच्चे और यह पीढ़ी आगे नहीं बढ़ पाएगी।
हमें ज़रूरत है अपने लड़कों को समझाने की कि जब कोई लड़की आप पर यकीन करें और आपके साथ कहीं अकेली हो तो उसे मौका नहीं ज़िम्मेदारी की तरह लें। उसकी केयर करें और उसे सुरक्षित उसके घर पहुंचा दें।
हमें यह बात भी समझनी होगी कि मूवीज और डेली शो में जो भी बताते और दिखते हैं वो सच और किसी भी रियल स्टोरी पर बेस्ड नहीं होता। इसी के साथ अगर हम अपने बच्चों को सही शिक्षा देंगे तो बच्चे कभी भटक नहीं पाएंगे। दूसरा अगर बच्चे को भटकना ही होगा तो वो आपके सामने अपने दोस्तों के बारे में बात नहीं करेगा और हमेशा बातें छुपाएगा। इस तरह बच्चे के साथ कुछ गलत होने का चांस बढ़ जाता है। ज़्यादातर घटनाओं का मुख्य कारण अक्सर यही होता है।
अपनी बेटी और बेटे पर विश्वास करें, उनके साथ अपने मन की बात खुलकर करें और उन्हें सावधान रहने के लिए कहें। अपने बच्चों, ख़ास कर अपनी बेटियों पर कभी भी बिना फैक्ट के कोई इलज़ाम न लगाएं और उन्हें कोई भी ताना तो बिलकुल ही न दें। इससे उनका मोरल डाउन हो सकता है और वे आपको जजमेंटल समझ सकती हैं।