Raise Your Voice: हमारे भारतीय समाज में एक लड़की को बचपन से ही सीखाया जाता है अनजान लोगों से ना बोलें, किसी लड़के के साथ दोस्ती ना रखें, लड़की की तरह बैठें, लड़कियों की तरह बातें करें, यह ना करें वह ना करें आदि बातें सिखाई जाती है। कामयाबी हासिल करना हर व्यक्ति के लिए जरूरी होता है चाहे वह लड़का हो या लड़की हो। भारतीय समाज में कई घरों में लड़कियों से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने घर परिवार को संभाले, शादी के बाद बच्चे की और ससुराल की देखभाल करें यह गलत नहीं है लेकिन हर व्यक्ति को अपना जीवन अपनी तरह से जीने का हक होता है। लड़की को अपने हक के लिए आवाज उठानी चाहिए। अपने पैरों पर इंडिपेंडेंट होना चाहिए। आज हम बात करेंगे कि हर लड़की को अपने लिए आवाज क्यों उठानी चाहिए और यह क्यों जरूरी है।
Why It's Important To Stand Up For Yourself
अपनी पहचान के लिए
प्रत्येक महिला की अपनी एक अलग पहचान होनी चाहिए और उसे बनाने के लिए यदि आपको कोई रोकता है तो अपने लिए आवाज उठाना जरूरी है। अपने लिए आवाज उठाने से मतलब दूसरों का विद्रोह करना नहीं है अपने आप को साबित करना है। आपको किसी और को नहीं बल्कि अपने आप को साबित करना है कि आप कौन हैं और आप क्या कर सकती हैं।
इंडिपेंडेंट होने के लिए
लड़कियों से कहा जाता है कि वह घर के काम काज को सीखे, अपने घर परिवार को खुश रखना सीखें लेकिन खुदके लिए आप एक पुरुष पर डिपेंड नहीं हो सकती हैं। इसलिए खुद अपने पैरों पर खड़ी होना सीखें और इसके लिए आपको कोई रोकता है तो उसका डटकर सामना करें और जवाब दें। आपको बता दें की इंडिपेंडेंट होना आपके अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है।
खुदको स्ट्रांग करने के लिए
महिलाओं को समाज दूसरों पर डिपेंडेंट और कमजोर की दृष्टि से देखता है लेकिन सच यह है कि महिला अपने आप में बहुत मजबूत होती है। जो लोग आप को स्ट्रांग नहीं मानते हैं उन्हें बताइए कि आप अपने जीवन में कामयाब और स्ट्रांग पर्सन है। इसलिए जब भी आपको कोई काम आता है तो आप उस का खुलकर जवाब दें और अपने हक के लिए हमेशा खड़ी रहे।
कानून का सहारा
यदि आपको लोग चुप कराते हैं तो उन्हें बताइए कि कानून में ऐसा कोई नियम नहीं लिखा कि केवल कानूनी नियम पुरुषों के लिए है महिलाओं के लिए नहीं है। हमारे भारतीय कानूनी नियमों ने महिलाओं को भी समाज के दायरे में बोलने का हक दिया है। इसलिए अपने लिए हक से बोले। हमेशा ध्यान रखें की जब आप अपने हक के लिए बोलती हैं तो आप ना सिर्फ अपने लिए बल्कि समाज में अन्य महिलाओं के हक के लिए भी बोलती हैं।