/hindi/media/media_files/R7EWETSTCw8gju9CmtIG.png)
File Image
दोस्ती हमारे जीवन का अहम हिस्सा होती है लेकिन हर दोस्ती हेल्दी नहीं होती। कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो हमें सपोर्ट करने की बजाय मानसिक तनाव और नेगेटिविटी का शिकार बना देते हैं। इसे ‘Toxic Friendship’ कहते हैं। अगर आपकी दोस्ती में ज्यादा ड्रामा, इमोशनल थकान और नेगेटिविटी बनी रहती है तो यह संकेत हो सकता है कि आप एक टॉक्सिक फ्रेंडशिप का शिकार हैं। आइए जानें, ऐसी दोस्ती की पहचान कैसे करें और इससे कैसे बाहर निकला जाए।
जानें, कहीं आप भी Toxic Friendship का शिकार तो नहीं?
कैसे पहचानें Toxic Friendship?
1. आप हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं
अगर किसी दोस्त के साथ समय बिताने के बाद आप खुश और रिफ्रेश होने की बजाय drained और थका हुआ महसूस करते हैं तो यह संकेत है कि वह दोस्ती आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। हेल्दी रिश्ते हमें खुशी और पॉजिटिव एनर्जी देते हैं न कि तनाव और बेचैनी।
2. दोस्त आपको नीचा दिखाते हैं
अगर आपका दोस्त हमेशा आपको जज करता है आपकी कमियों पर जोर देता है और आपकी उपलब्धियों को नजरअंदाज करता है तो यह टॉक्सिक बिहेवियर हो सकता है। सच्चे दोस्त एक-दूसरे का समर्थन करते हैं न कि उन्हें असहज महसूस कराते हैं।
3. दोस्ती में ईमानदारी की कमी है
क्या आपको अपने दोस्त के सामने हर बात सोच-समझकर कहनी पड़ती है? क्या आपको लगता है कि वे आपकी बातें दूसरों को बता सकते हैं या आपके साथ डबल-फेस्ड बिहेवियर करते हैं? अगर हां, तो यह दोस्ती हेल्दी नहीं है।
4. हमेशा आप ही समझौता करते हैं
अगर हर बार आपको ही एडजस्ट करना पड़ता है समझौता करना पड़ता है और दोस्त को खुश रखने के लिए खुद की खुशी को इग्नोर करना पड़ता है तो यह रिश्ता बैलेंस्ड नहीं है। दोस्ती दोतरफा होनी चाहिए न कि सिर्फ एक व्यक्ति पर निर्भर।
5. जलन और प्रतिस्पर्धा की भावना
सच्ची दोस्ती में एक-दूसरे की सफलता की खुशी होती है लेकिन अगर आपका दोस्त हमेशा आपसे जलता है, आपकी उपलब्धियों को कम आंकता है और खुद को आपसे बेहतर दिखाने की कोशिश करता है तो यह टॉक्सिक फ्रेंडशिप हो सकती है।
6. जरूरत पड़ने पर दोस्त गायब हो जाता है
क्या आपका दोस्त सिर्फ तभी आपके साथ रहता है जब उसे आपकी जरूरत होती है लेकिन जब आपको उसकी जरूरत होती है तो वह गायब हो जाता है? ऐसी दोस्ती में आपको सिर्फ इस्तेमाल किया जाता है जिससे आपका आत्मविश्वास और मानसिक शांति प्रभावित हो सकती है।
Toxic Friendship से कैसे बाहर निकलें?
सीमाएं तय करें – अगर आपको लगता है कि यह दोस्ती आपको नुकसान पहुंचा रही है तो अपनी सीमाएं तय करें और जरूरत पड़ने पर ‘ना’ कहना सीखें।
खुद को दोष न दें – कई बार लोग हमें ऐसा महसूस कराते हैं कि गलती हमारी ही है लेकिन टॉक्सिक फ्रेंडशिप में ऐसा नहीं होता। अपनी भावनाओं को समझें और खुद पर भरोसा रखें।
सच्चे दोस्तों की पहचान करें – उन लोगों के साथ ज्यादा समय बिताएं जो आपको खुश रखते हैं सपोर्ट करते हैं और बिना किसी स्वार्थ के आपकी मदद करते हैं।
खुद को प्राथमिकता दें – अपनी मेंटल हेल्थ को सबसे ऊपर रखें। अगर कोई दोस्ती आपको मानसिक रूप से परेशान कर रही है तो खुद को उस रिश्ते से दूर करना ही सही फैसला होगा।
जरूरत हो तो दूरी बना लें – अगर बार-बार समझाने के बाद भी कोई दोस्त टॉक्सिक बिहेवियर नहीं बदलता तो उससे दूरी बनाना बेहतर होता है। खुद को ऐसे रिश्ते में बनाए रखने से ज्यादा जरूरी है अपनी खुशी और मानसिक शांति।
टॉक्सिक फ्रेंडशिप आपके आत्मसम्मान और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। इसलिए अगर आपको भी लगता है कि आप ऐसी दोस्ती का शिकार हैं तो इसे पहचानें और खुद को इससे बाहर निकालने का प्रयास करें। याद रखें, सच्ची दोस्ती आपको खुशी देती है न कि तनाव और दुख।