5 Simple Tips For Mothers To Teach Discipline To Their Children: किसी भी बच्चे का पहला विद्यालय उसका घर और पहला शिक्षक उसके माता और पिता दोनों होते हैं, लेकिन बच्चों के विकास में मां की भूमिका सर्वोपरि होती हैं, क्योंकि बच्चों में संस्कारों का सृजन माता द्वारा किया जाता है। साथ ही बच्चे का बेहतर भविष्य के लिए मां का योगदान बहुत अहम होता है, क्योंकि बच्चे के विकास के लिए एक मां सिर्फ मां ही नहीं बल्कि कई किरदारों को निभाती हैं। जिसमें समाजिक, शारीरिक, भावनात्मक समेत कई पहलू होते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि बच्चों को शुरू से ही अनुशासन में रहना सिखाएं, ताकि बच्चे का सही विकास हो सकें।
बच्चों को अनुशासन सिखाने के लिए माताओं के लिए 5 सरल उपाय
1. खुद रोल मॉडल बनें
बच्चों को अनुशासन सीखाने से पहले ज़रूरी है कि आप खुद में भी बदलाव करें, क्योंकि यदि आप हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा और चिल्लाने लगेंगी, तो बच्चा भी वही चीज देखकर सीखेगा, इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने व्यवहार में परिवर्तन लाकर खुद को रोल मॉडल बनाएं। ताकि बच्चा अपने जीवन में सही चीजों को सीख पाएं।
2. पहली गलती पर रोकें
यदि आप अपने बच्चे की पहली गलती को टाल देते हैं, तो ऐसे में बच्चे में डिसिप्लिन लाना मुश्किल हो सकता है, इसलिए बच्चे के किसी भी ऐसी बात का समर्थन न करें, जो उनके गलत आदत का हिस्सा बनें इसलिए आप अपने बच्चे को पहली गलती को टालने के बजाय गलती को रोकें और सुधारे, लेकिन ध्यान रहें कि ऐसा करते वक्त बच्चे को डाटने की बजाय आप धीमी आवाज में दृढ़ता से बताएं कि यह गलत है ताकि बच्चा उस गलती को दोहराने से बचें।
3. अच्छे कामों की प्रशंसा करें
बच्चे को जितना गलत कामों पर टोकना जरूरी है, उतना ही अच्छे कामों में प्रशंसा करना भी। ताकि उन्हें समझ आएं कि यह काम अच्छा है, इसलिए उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे उनमें अनुशासन आने के साथ-साथ अच्छे काम करने के लिए उत्साह भी बढ़ता है और बेहतर तरीके से वो सही और गलत में अंतर भी समझ पाते हैं।
4. सकारात्मक तरीके से बात रखें
बच्चे को अनुशासित में लाने के लिए बेहद जरूरी है कि आप अपनी बात उनके सामने सकारात्मक तरीके से रखें, क्योंकि बच्चे इससे जुड़े कई चीजों को पलट कर पूछ देते हैं। जिस पर डाटने से बच्चा आत्मघात हो जाता है, इसलिए ज़रूरी है कि आप अपनी हर बात को तर्क के साथ पॉजिटिव तरीके से रखें। ताकि बच्चा आपकी कहीं हर बात को आत्मसात कर पाएं।
5. संवेदनशीलता की शिक्षा दें
आप अपने बच्चों को अनुशासन सीखने के लिए संवेदनशीलता की शिक्षा दे सकते हैं। इसके लिए आप उन्हें समझाएं कि उनके गलत कामों का प्रभाव उन पर और दूसरों पर कैसे पड़ता है। ताकि उनके समझ में बदलाव आएं और वह अपने हर काम के प्रभाव को समझ पाएं। ताकि उसी अनुसार वो अपने सारे कार्य को करें।