How Parents Can Make Summer Vacations Interesting: गर्मियों का समय आ गया है और बच्चों की छुट्टियां भी हो गई है। ऐसे समय में हर पेरेंट्स चाहता है कि बच्चे खेलने के साथ-साथ कुछ लर्निंग भी करें और कुछ नया अनुभव भी करें। पेरेंट्स कई बार बहुत कंफ्यूज हो जाते हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि हम बच्चों के लिए क्या ऐसा करें जिससे उनकी इन छुट्टियों को यादगार बनाया जा सके। आज के हम इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसी चीजों की बात करेंगे जिससे आप बच्चों की छुट्टियों को रोमांचक बना सकते हैं। इससे वह इंजॉय भी करेंगे और कुछ नया भी सीखेंगे। आप इस बात की कोशिश जरूर करें कि बच्चे अपना दिन वेस्ट मत करें या फिर सारा टाइम स्क्रीन के सामने मत बैठे रहे तो चलिए शुरू करते हैं-
बच्चों की Summer Vacations को पेरेंट्स कैसे बनाएं दिलचस्प
1. स्पोर्ट्स (Sports)
आज के समय में पेरेंट्स को सबसे बड़ा चैलेंज यह आ रहा है कि उनके बच्चे फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं। वह सारा समय अपना स्क्रीन के साथ गुजारते हैं इससे उन्हें बहुत सारी शारीरिक और मानसिक समस्याएं भी हो रही हैं। इस बार के समर वेकेशन में आप इस बात की कोशिश जरूर करें कि आपके बच्चे अपना समय खेलों के साथ जरूर व्यतीत करें। इससे उन्हें खेलों में अपने इंटरेस्ट के बारे में भी जानकारी मिलेगी और उनकी शारीरिक सेहत भी ठीक रहेगी। आप उन्हें स्पोर्ट्स कोचिंग में भी डाल सकते हैं। इससे दिन का कुछ समय खेलों को नियमित रूप से दे सकते हैं।
2. ट्रैवलिंग (Travelling)
ट्रैवलिंग को बहुत ही अंडररेटेड समझा जाता है लेकिन यह फन और लर्निंग का एक बेस्ट तरीका है। आप बच्चों को घूमने के लिए लिजा सकते हैं। इससे उन्हें नई चीजों के बारे में जानकारी मिलेगी, नए लोगों से मिलेंगे, उनका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा और वह इंजॉय भी करेंगे ,अब जो चीज वो किताबों में पढ़ते हैं, अगर वहीं वह अपनी रियल लाइफ में एक्सपीरियंस करेंगे तो इससे चीजों को भूलेंगे नहीं। वह उन्हें लंबे समय तक याद कर पाएंगे। इससे वह चीजों को रिलेट करना भी सीखेंगे।
3. योग और मेडिटेशन (Yoga & Meditation)
अब बहुत सारे लोग सोचते हैं कि योग या फिर मेडिटेशन बड़े लोगों का काम है लेकिन आध्यात्मिक सफर आपको छोटी उम्र से ही शुरू कर देना चाहिए। इससे बच्चा खुद के साथ कनेक्ट करता है। उसे अपने बारे में पता चलता है और अपने इमोशंस को हैंडल करना आ जाता है। इससे बच्चा इंपल्सिव नहीं होता है बल्कि उसके अंदर पेशेंस आते हैं। उसके शांति मिलती है और मानसिक समस्याओं से निजात मिलती है। इससे बच्चे का स्क्रीन के साथ भी समय कम व्यतीत होता है। इसलिए समर वेकेशन एक बहुत अच्छा मौका है जब आप बच्चों के आध्यात्मिक जर्नी शुरू कर सकते हैं।
4. नेचर के साथ व्यतीत करना (Spending Time In Nature)
आजकल का लाइफस्टाइल ऐसा हो गया कि हम नेचर के साथ समय व्यतीत करते ही नहीं हैं लेकिन यह सबसे जरूरी है। आज छोटे-छोटे बच्चे डिप्रेशन, एंजायटी और स्ट्रेस से गुजर रहे हैं क्योंकि वह अकेले रहते हैं और उनके दोस्त नहीं है। अगर वह घर से बाहर निकलेंगे तो इससे वह नए लोगों से मिलेंगे। जब वह प्रकृति के साथ समय बिताएंगे तब उन्हें बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा इससे। उन्हें फ्रेश हवा भी मिलेगी।
5. रीडिंग (Reading)
जितनी कम उम्र से आप बच्चों को रीडिंग की आदत डाल देंगे, उतना ही उनके लिए भी आसान होगा क्योंकि बड़े होकर पढ़ने की आदत डालना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। आप बच्चे को अलग-अलग Geners की किताबें लाकर दीजिए। इसके बाद देखिए, उसे किस तरीके की किताब पढ़ना ज्यादा अच्छा लगता है। आप उसके इंटरेस्ट पर फोकस कीजिए। इससे बच्चे नई चीजों को सीखेगा, भाषा पर पकड़ भी मजबूत होगी और वह अपना इंट्रेस्ट भी पहचान पाएगा। इससे बच्चे स्क्रीन के साथ भी कम समय बिताएंगे।