How Screen Usage Effects On Parent-Child Relationships: आजकल फोन, लैपटॉप और टैबलेट हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। इन चीज़ों ने हमारे जीवन को कई तरीकों से आसान और ज़्यादा एंटरटेनिंग बना दिया है। ये हमें दुनिया के साथ जुड़े रहने की सुविधा प्रदान करते हैं, चाहे हम दूर हों या घर पर ही क्यों ना हों। इनकी मदद से हम सोशल मीडिया, वीडियो, ऑनलाइन शॉपिंग जैसी चीज़े झट से कर लेते है। लेकिन साथ ही साथ यह हमारे परिवार के साथ हमारे रिश्तों को कमज़ोर भी कर रहा है। इसके ज़्यादा इस्तेमाल से हम दिन भर इन्ही चीज़ों में व्यस्त रहते है और आपसी बोलचाल या इमोशंस की फ़िक्र करना भूल जातें हैं।
आइए समझे कैसे टेक्नोलॉजी आपको, आपके बच्चों से दूर कर रही है
1. कम्युनिकेशन गैप बढ़ता है
आज के समय में बच्चों और उनके माता-पिता के बीच बढ़ते स्क्रीन समय प्रभावी रूप से उनके रिश्ते पर असर कर रहा है। स्क्रीन समय के ज़्यादा होने से, परिवारिक समय और ध्यान की कमी हो सकती है, जिससे संबंधों में कमी आ सकती है। यदि माता-पिता और बच्चे अधिक समय अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप, या टैबलेट पर बिता रहे हैं, तो उनके बीच अच्छी इमोशनल बांड बनाने का कम समय बचता है। यह बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकता है।
2. क्वालिटी टाइम न बिताना
स्क्रीन समय न केवल फ़ोन यूज़ करने वाले की सेहत और विकास पर प्रभाव डालता है, बल्कि इसका असर उनके बीच के संबंधों पर पड़ता है। जब माता-पिता और बच्चे अधिक समय अपने इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों के साथ बिताते हैं, तो वे अक्सर अपने जीवन में दूसरे कामो और रिश्तों के लिए समय नहीं निकल पाते हैं। इस वजह से आपस में क्वालिटी टीम बिताने से वंचित रह जातें है।
3. इमोशनल अटैचमेंट खत्म हो जाना
अधिक स्क्रीन समय के कारण, उन्हें एक-दूसरे के साथ समय बिताने का अवसर नहीं मिलता है और वे अपनी भावनाओं, अनुभवों, और चुनौतियों को साझा नहीं कर पाते हैं जिसकी वजह से उनका संबंध कमजोर हो सकता है और वे अपने माता-पिता के साथ उनकी आवश्यकताओं, चिंताओं, और खुशियों में सपोर्ट प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
4. फोन आदि चीज़ों के लिए लड़ जाना
बच्चों को स्क्रीन से दूर रहने की सलाह देने पर वे अक्सर उसे रिजेक्ट कर देते हैं और यही माता-पिता और बच्चों के बीच झगड़ों का कारण बन सकता है। कई बार ऐसा होने से बच्चे बहुत ज़्यादा एग्रेसिव भी हो जातें है और कुछ गलत कर बैठते हैं।
5. Rude बिहेवियर
स्क्रीन की अधिकता बच्चों के व्यवहार पर असर डाल सकती है और उन्हें अपने माता-पिता के प्रति गंदे तरीक से व्यवहार करने के लिए सक्षम बना सकती है। यह उनमे ध्यान की कमी और सोशल और आत्मिक विकास की कमी के कारण हो सकता है। अधिक स्क्रीन समय के कारण, बच्चे अक्सर अपने पैरेंट्स के साथ अभद्र और गुस्साई हो सकते हैं।