How To Deal When Child Talks Back: बच्चा जब माता-पिता के सामने जवाब देता है तो उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। इससे कई बार वो ट्रिगर भी हो जाते हैं और उन्हें गुस्सा भी आता है। ऐसे में अगर आप सही तरीके से अपने बच्चे के साथ डील कर रहे हैं तो बच्चा ऐसे जवाब देने से हट सकता है। वही पर अगर आप उसे डांट रहे हैं या फिर उसे इस बात के लिए सजा दे रहे हैं तो वह जिद्दी भी हो सकता है और ऐसा जानबूझकर आपको हर्ट करने के लिए भी कर सकता है। चलिए जानते हैं कि जब बच्चा आपके सामने जवाब देने लग जाए तो उसके साथ कैसे डील कर सकते हैं?
जब बच्चा सामने जवाब दें तो माता-पिता कैसे डील करें?
बच्चे को शांत करें
जब बच्चा आपको बातों के जवाब देता है तो आप उसे यह मत कहें कि उसने ऐसा कैसे बोला बल्कि आप उसके साथ बैठे। उसे शांत करने की कोशिश करें। आप उसे समझाएं कि कि वह गुस्से में ऐसा बोल रहा है और हम उसकी समस्या का बैठकर समाधान कर सकते हैं। जब बच्चे को लगेगा कि आप उसे सुनने के लिए तैयार है तो वे ऐसा नहीं बोलेगा। इस तरह उसका दिमाग भी शांत हो जाएगा और वे अपनी बात आपसे शेयर भी करेगा।
उसे समय दें
जब बच्चा ऐसे रिएक्ट करता है तो माता-पिता उसे अपने से दूर कर देते हैं जिससे बच्चा ज्यादा डिस्टर्ब हो सकता है। इसलिए आप बच्चे को प्यार से बोले कि वह अपना समय ले सकता है। जब उसका गुस्सा शांत हो जाए तो वे आपसे जब मर्जी बात कर सकता है। ऐसे बच्चों को अपने भावनाओं के साथ बैठने का समय मिलेगा और खुद को समझ सकता है। जब बच्चे का मन करेगा तो वह आकर आपसे बात कर सकता है। जब उसका गुस्सा शांत हो जाएगा तो आराम से बैठकर आपके साथ उस स्थिति के बारे में बात कर सकता है।
बच्चा नादान है
इस बात को कभी मत भूलें कि सामने वाला व्यक्ति आपका बच्चा है और आप एक एडल्ट है। वे आपके साथ बराबरी नहीं कर सकता है। आपको आगे बढ़कर ही उसकी स्थिति को समझना होगा। कई बार बच्चे जब अपनी समस्याओं के डील नहीं कर पाते हैं तो छोटी-मोटी बातों पर नाराज हो जाते हैं और गुस्से में अपने बड़ों के सामने भी बोल देते हैं। लेकिन इन बातों को आपको अपने ऊपर लेने की जरूरत नहीं है। आप यह समझें कि बच्चों को उस समय किस चीज की जरूरत है और उस हिसाब से स्थिति को हैंडल करें।
शांति बनाए
आपको बात बिल्कुल भी बढ़ानी नहीं चाहिए। जब आप भी सामने से गुस्से में रिएक्ट करेंगे तो बात बिगड़ सकती है। ऐसे बच्चा आपके सामने ज्यादा बोलने लग जाएगा। इसलिए आप शांत रहे और बच्चे को यह महसूस करवाएं कि वह इस समय गलत है और उसे शांत हो जाना चाहिए। आप गुस्से में रिएक्ट मत करें। जब आप बच्चे के सामने शांति से रिएक्ट करेंगे तो वे बहुत हद तक शांत हो जाएगा। जब आप गलती होने पर भी बच्चे को डांटे नहीं और उसके साथ प्यार से पेश आएं तो वह आपके साथ बात करने से झिझक महसूस नहीं करेगा बल्कि आपके साथ आकर बैठेगा और अपनी समस्या को शेयर करेगा। जब आप उस पर गुस्सा करेंगे तो बच्चा आपसे भी दूर भागेगा और आपके बीच में एक गैप आना शुरू हो जाएगा।